सीएम अशोक गहलोत पीएम नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में भाजपा पर निशाना साधने से नहीं चूके। सीएम गहलोत ने कहा कि देश में तनाव और हिंसा का माहौल है। सीएम ने कहा कि विनोबा भावे ने जय जगत का नारा दिया था। लेकिन देश में हिंसा और तनाव का माहौल है। सीएम ने कहा कि शांति और अहिंसा की भावना से ही हम देश का विकास कर सकते हैं। सीएम गहलोत ने जिस समय यह बात कहीं उस समय पीएम मोदी भी कार्यक्रम से जुड़े हुए थे। पीएम मोदी ने गुरुवार को सिरोही के आबू रोड ब्रह्मकुमारी संस्थान में अमृत महोत्सव कार्यक्रम का वर्चुअल शुभारंभ किया। समारोह में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी जुड़े। सीएम गहलोत ने कहा कि आजादी त्याग और बलिदान से मिलती है। माउंट आबू में 75 साल से इस उत्सव में प्रोग्राम चलते रहते हैं। मुझे बचपन से ही माउंट आबू जाने का मौका मिला है। ओम शांति की आवाज गूंजी तो बचपन याद आ गया। तब तत्कालीन दादी मां ने कहा था कि जब तनाव हो तो ओम शांति बोलने से वातावरण में अलग ऊर्जा आ जाती है।
पीएम मोदी बोले- राष्ट्र के अस्तित्व में हमारा अस्तित्व है
करीब दो घंटे चले कार्यक्रम में पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि करोड़ों देशवासी स्वर्णिम भारत की नींव रख रहे हैं। हमारी निजी और राष्ट्रीय सफलताएं अलग नहीं हैं। राष्ट्र की प्रगति में ही हमारी प्रगति है। राष्ट्र के अस्तित्व में हमारा अस्तित्व है, यही भाव एक ताकत बन रहा है। आज देश जो कुछ कर रहा है, उसमें सबके प्रयास शामिल है, सबका साथ सबका विश्वास और सबका प्रयास देश का मूल मंत्र बन रहा है। हम ऐसी व्यवस्था बना रहे हैं, जिसमें भेदभाव की जगह न हो। ऐसा समाज बना रहे हैं, जो सामाजिक न्याय की बुनियाद पर मजबूती से खड़ा है। पीएम मोदी ने कहा कि एनडीए में बेटियों का प्रवेश हो रहा है। चुनावों में पुरुषों से ज्यादा महिलाओं ने योगदान दिया। देश में महिलाएं अहम मंत्रालय संभाल रही हैं।
गहलोत भाजपा पर निशाना साधने का नहीं चूकते
पीएम ने कहा कि हर क्षेत्र में महिलाएं आगे बढ़ रही है। पीएम ने कहा कि हमारे देश की सबसे बड़ी ताकत यही है कि कितना भी अंधेरा छाए हम हमारे मूल स्वभाव को नहीं बदलते हैं। उल्लेखनीय है कि सीएम गहलोत सार्वजनिक मंचों पर मोदी सरकार को कठघरे में खड़ा करते रहे हैं। भाजपा पर निशाना साधने से नहीं चूकते हैं। सीएम गहलोत कहते रहे हैं कि देश में धर्म के आधार पर भेदभाव किया जा रहा है। जब से मोदी सरकार सत्ता में आई है। देश में तनाव और हिंसा का माहौल बन गया है। जिनका देश की आजादी में कोई योगदान नहीं रहा वे लोग राष्ट्रवाद कांग्रेस को सिखा रहे हैं।