कोहरे संग गलन भरी सर्दी से लोग कांप उठे हैं। ऐसे में जनमानस की मुसीबतें बढ़ती जा रही है। सर्दी के सितम के कारण हर घर में सर्दी-खांसी और बुखार के मरीज है। वहीं, आने वाले दिनों में लोगों की मुसीबतें और भी ज्यादा बढ़ने वाली है। मौसम विभाग ने आगामी 22, 23 व 24 जनवरी को बारिश की संभावना जताई है। जिससे अधिकतम व न्यूनतम तापमान में गिरावट आएगी और ठंड बढ़ेगी।
वायु प्रदूषण ने भी लोगों की हालत बिगाड़ दी है। पिछले कई दिनों से जिले की आबोहवा खराब श्रेणी में मौजूद है। बुधवार को भी नोएडा का एक्यूआई 310 व ग्रेटर नोएडा 314 दर्ज किया गया है। भले ही कुछ दिनों से दोपहर के समय धूप निकलने से लोगों को सर्दी से थोड़ी राहत मिल रही हो, लेकिन सुबह व शाम को वातावरण में घना कोहरा छाने से सड़कों पर सफर मुश्किल हो रहा है।
गलन भरी सर्दी में जनमानस कांपता नजर आ रहा है। ऐसे मौसम में खासकर बच्चों और बुजुर्गों की मुश्किलें ज्यादा बढ़ गई है। लोग सूर्यदेव के दर्शन करने के लिए भी तरस रहे हैं। सर्दी की वजह से लोगों की दिनचर्या भी अस्त-व्यस्त हो रही है। घरों व अस्पतालों में सबसे ज्यादा ठंड लगने के मरीज ही पहुंच रहे हैं। इनमें बच्चों की संख्या ज्यादा है। उधर, कोरोना संक्रमण के प्रकोप के बीच बच्चों व बुजुर्गों में ठंड खतरा साबित हो रही है।
वहीं, वातावरण में मौजूद प्रदूषण के महीन कण भी लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गए हैं। प्रदूषित तत्व पीएम-2.5 व पीएम-10 का औसतन स्तर मानक से पांच गुना ज्यादा है, जो लोगों के फेफड़े काले करने के लिए काफी है। चिकित्सक लोगों से घर से बाहर निकलते वक्त मास्क लगाने और बच्चों व बुजुर्गों को ठंड से बचने की खास सलाह दे रही है। मंगलवार को अधिकतम तापमान 16 डिग्री और न्यूनतम 8 डिग्री दर्ज किया गया है।
सुबह-शाम हाईवें पर लग रहा जाम
मौसम में बदलाव व सुबह-शाम कोहरा होने के कारण यात्रियों का सफर मुश्किल हो गया है। प्रदूषण के कारण वातावरण धुंध की चादर से लिपटा रहता है। विजिबिलिटी कम होने के कारण दिन भी लोगों को वाहनों की लाइट जलाकर सफर करना पड़ रहा है। उधर, वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लगने के कारण शहर के मुख्य मार्गों पर थोड़ी-थोड़ी देर में जाम की स्थिति बनी रहती है।
मौसम वैज्ञानिक महेश पलावत ने कहा, ‘पश्चिमी विक्षोभ के प्रभावित होने के कारण आने वाले दिनों में बारिश के आसार है। इससे ठंड में इजाफा होगा।’