केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के एक सहायक उप निरीक्षक ने बाहरी दिल्ली के नरेला औद्योगिक क्षेत्र में अपने बैरक में कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने गुरुवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि मृतक की पहचान प्रवीण कुमार (51) के तौर पर हुई है। वह हरियाणा के सोनीपत का रहने वाला था और केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) में हैड कांस्टेबल के तौर पर भर्ती हुआ था। मौके से कोई ‘सुसाइड नोट’ बरामद नहीं हुआ है। अभी तक किसी तरह की साजिश का भी कोई संदेह नहीं है।
पुलिस उपायुक्त (बाहरी उत्तर) बिजेंद्र सिंह यादव ने बताया कि बुधवार रात नौ बजकर करीब 35 मिनट पर उन्हें नरेला औद्योगिक क्षेत्र के सीआईएसएफ परिसर के प्रभारी, उप निरीक्षक सुमेर सिंह से एएसआई कुमार के आत्महत्या करने की जानकारी मिली। उन्होंने बताया कि पुलिस जब मौके पर पहुंची तो उन्होंने देखा कि प्रवीण ने सीआईएसएफ परिसर के नए बैरक में एक चादर का इस्तेमाल कर पंखे से लटक कर फांसी लगा ली है।
अधिकारी ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि एएसआई ने सेक्टर-18 और सेक्टर-19 रोहिणी मेट्रो स्टेशन पर बुधवार सुबह सात बजे से दोपहर दो बजे तक ड्यूटी की थी। वहां से आने के बाद उसने दोपहर करीब तीन बजे मेस में खाना खाया। उन्होंने कहा कि जब कुमार रात को खाना लेने नहीं आया, तो मेस प्रभारी ने उसका पता लगाने की कोशिश की और उसका कमरा बंद मिला। इसके बाद दरवाजा तोड़कर अंदर जाने पर प्रवीण का शव छत के पंखे से लटका मिला। प्रवीण के परिवार में उनकी बीमार पत्नी, दो बेटे और एक बेटी हैं। उन्होंने बताया कि मामले की जांच जारी है और शव को पोस्टमार्टम के बाद परिवार के हवाले कर दिया जाएगा।