एक तरफ शराबबंदी को सफल बनाने के लिए पुलिस सख्ती कर रही है तो दूसरी तरफ शराब माफिया का मनोबल बढ़ता जा रहा है। बुधवार को बरारी थाना क्षेत्र में विक्रमशिला पुल के पहुंच पथ पर शराब माफिया ने उत्पाद विभाग के दारोगा लालू कुमार का अपहरण कर लिया। इसके बाद शराब माफिया नवगछिया की तरफ गाड़ी लेकर भाग निकला।
तेतरी जीरोमाइल के पास जाम देख वहां फंसने की आशंका से उन्होंने दारोगा को कार से नीचे उतार दिया और वहां से मकनपुर के रास्ते भाग निकला। उत्पाद इंस्पेक्टर चंदन कुमार ने बताया कि दारोगा को साथ ले जाने की सूचना पर नवगछिया पुलिस से संपर्क कर नाकेबंदी करा दी गयी थी और वे लोग भी गाड़ी से उसका पीछा कर रहे थे पर वे भाग निकलने में कामयाब रहे।
निशानदेही पर तस्कर को पकड़ने पहुंचे थे दारोगा
जिस शराब माफिया ने उत्पाद दारोगा का अपहरण किया उसकी शराब की खेप बुधवार की सुबह उत्पाद विभाग की टीम ने लोदीपुर में पकड़ी थी। शराब दिल्ली नंबर की कार से लाई जा रही थी। कार चालक रंजीत कुमार सहरसा जिले के नगर सहरसा थाना क्षेत्र के हकपाड़ा का रहने वाला है। कार जब्त कर जब चालक से पूछताछ की गयी तो उसने शराब माफिया के बारे में बताया कि वह भी अपने साथ ही कार से आ रहा है और वह शराब की गाड़ी को एस्कॉट करते हुए जा रहा है। उसकी निशानदेही पर उत्पाद विभाग की टीम ने उस कार का लोकेशन लिया। दारोगा ने विक्रमशिला पुल के पहुंच पथ पर जाकर उस कार को रोका और पूछताछ कर ही रहे थी कि तभी उसमें बैठे माफिया और उसके साथी ने दारोगा को खींच लिया और कार में बिठाकर भाग निकले।
सुपौल का रहने वाला है कुख्यात माफिया, दर्ज होगा केस
जिस शराब माफिया की खेप लोदीपुर में पकड़ी गयी और जिसने उत्पाद दारोगा का अपहरण किया वह सुपौल का रहने वाला है। उत्पाद विभाग के इंस्पेक्टर चंदन कुमार ने बताया कि सुपौल का रहने वाला वह कुख्यात शराब माफिया है। उसके बारे में और जानकारी इकट्ठी की जा रही है। पहले भी उसकी शराब की खेप भागलपुर में कई बार पकड़ी जा चुकी है। उसकी पहचान हो गयी है इसलिए केस दर्ज कर उसकी गिरफ्तारी की बात उन्होंने कही।
उत्पाद अधीक्षक संजय कुमार ने कहा, ‘घटना को लेकर बरारी थाने में केस दर्ज कराया जायेगा। शराब माफिया की पहचान हो गयी है इसलिए उसे पुलिस के सहयोग से गिरफ्तार किया जाएगा।’