राजस्थान के बारां जिले के समरानिया कस्बे में झोलाछाप डॉक्टर के इलाज करने से 12 साल के एक बच्चे की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि इलाज के लिए आए बच्चे को झोलाछाप ने दो इंजेक्शन लगा दिए, जिसके कारण उसकी मौत हो गई। पीड़ित परिवार ने झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ केस दर्ज करवाया है। पुलिस मामले में जांच कर रही है।
जानकारी के अनुसार, समरानिया कस्बे में हनुमान मंदिर के पास क्लिनिक खोलकर बैठे विश्वजीत राय के पास नागोरी निवासी प्रेम अपने 12 वर्षीय बच्चे का इलाज कराने पहुंचे थे। पिता ने बताया कि बच्चे को बुखार की शिकायत पर डॉक्टर के पास लेकर गए। यहां झोलाछाप डॉक्टर ने उसको एक इंजेक्शन दिया, जिसके बाद बच्चा बेहोश हो गया। झोलाछाप डॉक्टर ने होश आने पर एक और इंजेक्शन बच्चे को लगाया। दूसरा इंजेक्शन लगाने के करीब एक घंटे बाद बच्चे की मौत हो गई।
परिजनों ने झोलाछाप डॉक्टर पर लापरवाही से इलाज करने और गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाया। परिजन ने केलवाड़ा थाने में डॉक्टर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई है। गौरतलब है कि कस्बे समेत आसपास के अंचल में झोलाछाप डॉक्टरों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। झोलाछाप डॉक्टर इलाज के नाम पर लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं और प्रशासन हाथ पर हाथ रखे बैठा है। अगर बच्चे की मौत के बाद भी प्रशासन नहीं जागा तो आने वाले समय में बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है।