हम में से ज्यादातर लोग अपनी ड्रिंकिंग (Drinking) हैबिट को पूरी तरह सुरक्षित मानते हैं क्योंकि हम कभी-कभी ही ड्रिंक करते हैं। है ना? लेकिन शराब से होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा सिर्फ उन्हें ही नहीं है जो रोज शराब का सेवन करते हैं। कभी कभी शराब पीना भी आपकी सेहत पर बहुत बुरा प्रभाव डालता है।
अगर आप हफ्ते में एक-दो बार भी शराब पीती हैं, लेकिन हर बार पीने के बाद होश खो बैठती हैं और पास आउट हो जाती हैं, तो आपका डिमेंशिया का रिस्क दोगुना बढ़ जाता है।
क्या है डिमेंशिया?
डिमेंशिया कोई एक बीमारी नहीं, बल्कि एक से अधिक मानसिक बीमारियों और समस्याओं का डिसॉर्डर है। अमेरिकन एकैडमी ऑफ फैमिली फिजिशियन (AAFP) के अनुसार अमेरिका भर में ही 65 वर्ष के अधिक उम्र वाले 4.7 मिलियन लोग डिमेंशिया के शिकार हैं।
इसमें से कोई भी लक्षण डिमेंशिया को दर्शा सकते हैं-
1. याद्दाश्त कम हो जाना, खासकर नई जानकारी याद न रहना
2. लोगों या चीजों के नाम में हमेशा कंफ्यूज होना
3. चश्मा, चाभी जैसी चीजों को उनकी जगह पर न रखना या यह भूल जाना कि कहां रखा गया है
4. पैसों का हिसाब न लगा पाना
5. जबरदस्त मूड स्विंग होना या हर वक्त चिड़चिड़ापन रहना
6. अवसाद और तनाव
7. छोटे-छोटे काम करने में घबराने लगना या नर्वस होना
8. हर वक्त अकेले रहना पसंद करना
इन लक्षणों में से दो भी अगर किसी व्यक्ति में नजर आ रहे हैं, तो वह डिमेंशिया का शिकार हैं। अल्जाइमर डिसीज भी डिमेंशिया के अंतर्गत आती है।
क्या कहती है यह स्टडी?
जर्नल JAMA नेटवर्क ओपन में प्रकाशित यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन की इस स्टडी में डिमेंशिया का शराब के सेवन से सम्बन्ध को स्टडी किया गया।
इस स्टडी में एक लाख तीस हजार प्रतिभागियों के डेटा को पढ़ा गया और उनकी मानसिक स्थिति का आंकलन भी किया गया। इस स्टडी में 30 से 80 वर्ष तक के लोग शामिल थे।