भाजपा के बाद कांग्रेस में निष्कासन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। कांग्रेस ने तीखे तेवर दिखाकर टिकट मांगने पर महिला प्रदेश अध्यक्ष सरिता आर्य को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। वह नैनीताल विधानसभा सीट से विधानसभा चुनाव के लिए टिकट मांग रही थीं। सोमवार को उन्होंने बीजेपी ऑफिस पहुंचकर सीएम पुष्कर सिंह धामी की मौजूदगी में भाजपा ज्वाइन कर ली है। उनके साथ महिला कांग्रेस की प्रदेश उपाध्यक्ष रेखा बोहरा व प्रदेश महामंत्री वंदना गुप्ता आदि ने भी कांग्रेस के अंदर महिलाओं की उपेक्षा किए जाने के चलते भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली।
भाजपा ज्वाइन करने के बाद आर्य ने कहा कि बिना किसी शर्त के उन्होंने बीजेपी ज्वाइन की है। कांग्रेस पर तीखे प्रहार करते हुए आर्य का कहना था कि कांग्रेस पार्टी में महिलाओं का सम्मान नहीं है। ‘मैं लड़की हूं लड़ सकती हूं’ नारे को खोखला करार करते हुए आर्य का कहना था कि महिलाओं के विकास के लिए कांग्रेस में कोई रोडमैप नहीं है।
विधानसभा चुनाव-2022 में सरिता को टिकट दिए जाने के सवाल पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक का कहना है कि टिकट पर अंतिम फैसला पॉलियामेंट्री बोर्ड की ओर से ही किया जाएगा। आपकाे बता दें कि आर्य पिछले पांच सालों से नैनीताल विधानसभा सीट पर कार्य कर रहीं थीं। लेकिन, पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य और उनके बेटे संजीव आर्य के ज्वाइन करने के बाद उनके टिकट पर काले बादल छाए हुए थे।
2017 के विधानसभा चुनाव में संजीव आर्य नैनीताल विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर विधायक बने थे। सूत्रों की मानें तो संजीव 2022 के विधानसभा चुनाव में एक बार फिर नैनीताल विधानसभा सीट से ही चुनाव लड़ेंगे। बीते शनिवार को आर्य ने कांग्रेस हाईकमान के सामने अपनी दावेदारी से सियासी घमासान छेड़ दिया था।
सरिता आर्य का कहना था कि अगर कांग्रेस में उनकी अनदेखी हुई और भाजपा उनको टिकट देगी तो कांग्रेस का दामन छोड़ भाजपा का दामन थाम 2022 के विधानसभा चुनाव में अपनी नई पारी की शुरुआत करेंगी। कहा था कि अगर वह खुद अपना टिकट नहीं नहीं बचा पाएंगी तो दूसरी महिला नेताओं को क्या जवाब देंगी जो उनके भरोसे दावेदारी कर रही हैं।
आपको बताते चलें कि पूर्व विधायक संजीव आर्य के कांग्रेस में शामिल होने के बाद से सरिता आर्य के टिकट पर संकट के बादल मंडरा रहे थे। जिसके बाद सरीता आर्य ने कई बार कांग्रेस छोड़ने की पेशकश की तो वही एक बार फिर से सरिता आर्य ने टिकट की लिस्ट जारी होने से पहले पहले नया सियासी शगुफा छोड़ कांग्रेस हाईकमान के सामने नया संकट खड़ा कर दिया है।