राजस्थान के अलवर में मूक-बधिर बच्ची के साथ हुई हैवानियत के बाद भारी आक्रोश है। इसको लेकर छात्र-छात्राओं और सामाजिक संगठनों के साथ-साथ राजनेताओं में भी गुस्सा है। सांसद हनुमान बेनीवाल की पार्टी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में अलवर जिला कलेक्टर निवास का घेराव किया। घेराव करीब 2 घण्टे चला। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहाकि जब तक जिला कलेक्टर की ओर से सीबीआई जांच की अनुशंसा व बालिकाओं को सुरक्षा का वायदा नहीं मिलता, घेराव खत्म नहीं होगा।
बड़ी संख्या में पुलिस तैनात
छात्र-छात्राओं द्वारा कलेक्टर निवास का घेराव करने के बाद यहां बड़ी संख्या में पुलिस तैनात कर दी गई। मौके पर एडीएम सुनीता पंकज व एसडीएम प्यारे लाल मौके पर मौजूद रहे। संगठन की ओर से इन्हें ज्ञापन दिया गया। वहीं 15 जनवरी को रालोपा से विधायक नारायण बेनीवाल, पुखराज गर्ग एवं इंद्रा देवी पीड़िता के गांव पहुंचे और घटना की जानकारी ली। पीड़ित परिवार को हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया।
सरकार पर दिशाभ्रमित करने का आरोप
पार्टी के युवा मोर्चा अध्यक्ष संदीप ओला ने कलेक्टर निवास पर बताया की पुलिस अधीक्षक का ब्यान गैरजिम्मेदाराना है कि बालिका का रेप नहीं, एक्सीडेंट हुआ है। अगर एक्सीडेंट हुआ है तो फिर उसके प्राइवेट पार्ट ही जख्मी क्यों और कहीं चोट क्यों नहीं? उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार इस मामले को दिशाभ्रमित कर रही है। आखिर दबाब किसका है, जिससे इस मामले को पलटा जा रहा है। पुलिस अपनी नाकामी को छिपाना चाहती है। कलेक्टर के ब्यान की निंदा करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि कलेक्टर साहब बच्चियों को धमकाने से कुछ नहीं होगा। अपनी नाकामी को छिपाने के लिए ऐसी हरकत नहीं करनी चाहिए। एडीएम सुनीता पंकज ने बताया कि आज कुछ छात्राएं कलेक्टर से मिलने आई थीं। लेकिन कलेक्टर जयपुर में पीड़िता से मिलने गए हैं। उनकी अनुपस्थिति में छात्रों के द्वारा दिया गया ज्ञापन लिया गया है।