जाली नोटों की तस्करी के गिरोह से जुड़े बड़े लोगों को पकड़ने के लिए एसटीएफ भी लगा दी गई है। एसटीएफ की एक टीम पिछले कुछ दिनों से जाली नोटों की खेप नेपाल से लाने वाले गिरोह की धरपकड़ के लिये पहले से ही लगी भी थी। कमिश्नर पुलिस के हत्थे चढ़े सलमान व जमील से सम्पर्क रखने के आरोप में दो लोगों को शुक्रवार को हिरासत में भी लिया गया है। इनसे काफी देर तक पूछताछ की गई है।
तालकटोरा पुलिस और क्राइम ब्रांच ने बुधवार को सिपाही राहुल, सरगना सलमान व ट्रैवेज एजेंसी संचालक समेत पांच लोगों को जाली नोट की तस्करी करने में पकड़ा था। इस दौरान ही खुलासा हुआ था कि इस गिरोह का मुख्य सरगना जमील है जो पूरे यूपी में अपना नेटवर्क फैलाए हुए है। सिपाही राहुल से भी कई जानकारियां मिली थी। इस आधार पर ही उसके मददगार पुलिसकर्मी भी तलाशे जा रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि जल्दी ही दो और पुलिसकर्मियों के खिलाफ राहुल की मदद करने की कार्रवाई की जा सकती है।
एसटीएफ जुटी तस्कर पकड़ने में
चुनाव को देखते हुए यह भी आशंका व्यक्त की जा रही है कि बड़े पैमाने पर जाली नोटों को तस्करी कर यूपी में लाया जा सकता है। एसटीएफ को कुछ समय पहले यह पता भी लगा था कि नेपाल सीमा पर जाली नोटों की तस्करी करने वाले गिरोह सक्रिय हो गये है। इसके बाद ही एसटीएफ की एक टीम ने नेपाल सीमा से सटे जिलों में पड़ताल शुरू कर दी थी। तालकटोरा व गुड़म्बा पुलिस के हाथ लगे जाली नोटों के तस्कर से मिली जानकारी के बाद ही एसटीएफ भी कमिश्नरेट पुलिस के साथ इस आपरेशन में लग गई है।