यूपी विधानसभा चुनाव में पूर्वांचल में कांग्रेस दिग्गजों के सहारे मैदान में उतरी है। गोरखपुर-बस्ती मंडल की कुल 41 सीटों में से 13 पर पार्टी ने अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है। इनमें देवरिया की चार, महराजगंज की तीन, बस्ती-कुशीनगर की दो-दो और गोरखपुर व सिद्धार्थनगर के एक-एक प्रत्याशी शामिल हैं।
घोषित उम्मीदवारों में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू कुशीनगर के तमकुहीराज से तो राष्ट्रीय प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह देवरिया की रुद्रपुर सीट से मुकाबिल होंगे। देवरिया की भाटपार रानी सीट से कांग्रेस ने यूथ कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष केशव चंद यादव को टिकट दिया है। वहीं महराजगंज सदर सीट से अनुसूचित मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष आलोक प्रसाद को लगातार तीसरी बार टिकट दिया है। गोरखपुर की खजनी सहित घोषित सीटों में से चार पर महिलाओं को मैदान में उतारा है। खजनी से जिला पंचायत सदस्य रजनी देवी को टिकट मिला है।
विस के चुनावी समर में ये भी ठोकेंगे ताल
कुशीनगर की पडरौना से कांग्रेस प्रत्याशी मनीष जायसवाल नगर की पूर्व नपाध्यक्ष शिवकुमारी देवी के पुत्र हैं। शिवकुमारी पिछले विधानसभा चुनाव में यहीं से कांग्रेस के टिकट पर लड़ चुकी हैं। देवरिया की बरहज सीट से कांग्रेस जिलाध्यक्ष रामजी गिरी को टिकट मिला है। वह इसके पहले कांग्रेस के टिकट पर सलेमपुर से लड़ चुके हैं। वहीं रामपुर कारखाना से शहला अहरारी प्रत्याशी बनाई गई हैं। महराजगंज की फरेंदा सीट से पांच बार रनर रहे प्रदेश उपाध्यक्ष वीरेन्द्र चौधरी पर फिर दांव लगाया है। पनियरा से नए चेहरे के रूप में पार्टी ने शरदेंदु पांडेय को टिकट दिया है। वह एआईसीसी सदस्य हैं। बस्ती में रुधौली से कांग्रेस ने बसंत चौधरी को टिकट दिया है। भानपुर तहसील के छितिरगांवा निवासी बसंत चौधरी का गुजरात में कपड़े का कारोबार है। वह बस्ती लोकसभा सीट से 2009 में चुनाव लड़ चुके हैं। हरैया से लबोनी सिंह और सिद्धार्थनगर की डुमरियागंज सीट से कांति पांडेय मैदान में होंगी।
देवरिया की रुद्रपुर सीट से कांग्रेस ने अपने राष्ट्रीय प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह पर फिर भरोसा जताया है। 2012 में इसी सीट से चुनाव जीते थे। 2017 में सपा से गठबंधन में यह सीट कांग्रेस के खाते में थी, मैदान में उतरे अखिलेश को हार का सामना करना पड़ा था। 2002 और 2007 में भी वह लड़ चुके हैं पर हार गए थे।कुशीनगर की तमकुहीराज सीट से प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को टिकट मिला है। वह इस सीट से मौजूदा विधायक हैं। 2012 में महज 33 साल की उम्र में वह कांग्रेस के टिकट पर पहली बार विधायक बने थे। धरना प्रदर्शन उनकी पहचान है। गंडक नदी में जल सत्याग्रह से वह चर्चा में आए थे।
कांग्रेस ने आलोक प्रसाद को महराजगंज सदर सीट से लगातार तीसरी बार टिकट दिया है। वह अनुसूचित मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष हैं। वह राजस्थान के राज्यपाल रह चुके सुखदेव प्रसाद के पुत्र हैं। देवरिया की भाटपार रानी से कांग्रेस ने यूथ कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष केशव चंद यादव को टिकट दिया है। युवा केशव पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। उन्हें राहुल गांधी का करीबी माना जाता है।