कांग्रेस ने अपनी राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ फार्मूले पर अमल करते हुए उत्तराखंड महिला कांग्रेस ने पार्टी नेतृत्व से टिकट की दावेदारी करते हुए एक और लिस्ट सौंपी है। महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व सीएम हरीश रावत की बेटी अनुपमा रावत के लिए हरिद्वार की तीन सीटों के लिए दावा किया गया है।
लक्सर, खानपुर और हरिद्वार ग्रामीण में किसी भी एक सीट पर अनुपमा को टिकट देने की मांग की गई है। इसके अलावा महिला कांग्रेस अध्यक्ष सरिता आर्य ने अपने लिए नैनीताल, महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सरोजनी कैंत्यूरा की पुत्रवधु व दुगड्डा ब्लाक की प्रमुख रुचि कैंत्यूरा के लिए भी टिकट का दावा किया है। सरिता के अनुसार, यूपी की तर्ज पर उत्तराखंड में महिलाएं पार्टी हाईकमान से 40 फीसदी टिकट की मांग कर रही हैं।
31 महिलाओं के नाम पहले भी सौंपे जा चुके हैं। ताजा लिस्ट के अनुसार, राजपुर सीट के लिए वैजयंतीमाला उर्फ कमलेश रमन, सहसपुर-नजमा खान, रानीपुर-विमला पांडेय, रुड़की-रश्मि चौधरी, पिथौरागढ़-अंजु लुंठी, लोहाघाट-निर्मला गहतोड़ी, गदरपुर-रीना कपूर, रुद्रपुर-मीना शर्मा और लालकुआं सीट पर संध्या डालाकोटी के लिए दावा किया है। लैंसडौन सीट पर ज्योति रौतेला और रंजना रावत का नाम दिया गया है।
प्रदेश अध्यक्ष के खुद के टिकट पर ऊहापोह
विधानसभा चुनाव में पार्टी की महिला नेताओं के लिए 40 फीसदी टिकट की मांग को लेकर जूझ रहीं महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सरिता आर्य के खुद के टिकट पर अभी संशय के बादल हैं। पूर्व काबीना मंत्री यशपाल आर्य और उनके पुत्र संजीव आर्य की कांग्रेस में वापसी से कांग्रेस नैनीताल सीट को लेकर गहरी ऊहापोह में है।
वर्ष 2017 के चुनाव में संजीव ने भाजपा के टिकट से चुनाव लड़ते हुए सरिता को पराजित किया था। सिटिंग विधायक होने के चलते जहां संजीव आर्य का दावा मजबूत है वहीं, वर्ष 2016 में कांग्रेस में हुई बगावत के दौरान पार्टी के साथ अंतिम क्षण तक खड़ी रहीं सरिता का भी स्वभाविक दावा बनता है। पूर्व में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल खुद यह बात कह चुके हैं कि पूर्व में पार्टी के साथ कंधे से कंधा मिलकर रहे हर नेता को निश्चित रूप से वरीयता दी जाएगी।