कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता की गोरखपुर में हुई हत्या के मामले में शुक्रवार को सीबीआई ने छह पुलिसवालों के खिलाफ हत्या के आरोप में विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट (प्रदूषण) यशा शर्मा की अदालत में आरोप पत्र दाखिल कर दिया है। आरोप पत्र में तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक जगत नारायन सिंह, तीन उप निरीक्षक अक्षय कुमार मिश्रा, विजय यादव, राहुल दुबे, हेड-कांस्टेबिल कमलेश सिंह यादव व कांस्टेबिल प्रशांत कुमार को अभियुक्त बनाया गया है। अदालत में दाखिल आरोपपत्र के अनुसार घटना 27 सितम्बर 2021 की है। इस मामले की रिपोर्ट मृतक की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता ने गोरखपुर के रामगढ़ ताल थाने में 29 सितम्बर को दर्ज कराई थी।
रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि मनीष गुप्ता रामगढ़ ताल थानांतर्गत एक होटल में ठहरे हुए थे। जहां 27/28 सितम्बर की आधी रात को अभियुक्तगण उनके कमरे में गए तथा उनके साथ दुर्व्यवहार करना शुरू कर दिया। जब मनीष गुप्ता ने उनका विरोध किया तो सभी पुलिस वालों ने उनकी पिटाई की जिससे उन्हें गम्भीर चोटें आ गईं। आरोपपत्र में सीबीआई की ओर से कहा गया है कि मनीष गुप्ता की पिटाई एवं चोट से मौके पर ही मौत हो गई। प्रदेश सरकार के आदेश पर शुरुआत में मामले की विवेचना कानपुर एसआईटी ने की लेकिन बाद में मामले के काफी तूल पकड़ने के बाद राज्य सरकार ने सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी थी। सीबीआई ने गहन विवेचना करके छह पुलिस कर्मियों को आरोपी बनाते हुए आरोप पत्र दाखिल किया है।