कजाकिस्तान के राष्ट्रपति ने शुक्रवार को सुरक्षा बलों को आतंकियों पर गोली चलाने और उन्हें मार गिराने का अधिकार दे दिया है। कजाकिस्तान के राष्ट्रपति कासिम जोमार्त तोकायेव ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। देश में पिछले कई दिनों से चल रहे बेहद हिंसक प्रदर्शनों के बाद यह कदम उठाने को कहा गया है।
राष्ट्र के नाम संबोधन में राष्ट्रपति ने अशांति फैलाने के लिए आतंकियों और उग्रवादियों को जिम्मेदार ठहराया। इस दौरान उन्होंने कहा कि कानून लागू करने वाली एजेंसियों को आतंकवादियों को गोली मारने के अधिकार दिए गए हैं। तोकायेव ने कहा-जो लोग आत्मसमर्पण नहीं करेंगे, उन्हें मार दिया जाएगा।
राष्ट्रपति ने कुछ अन्य देशों द्वारा प्रदशर्नकारियों के साथ बातचीत के आह्वान को बकवास बताया। तोकायेव ने कहा कि अपराधियों, हत्यारों के साथ क्या बातचीत हो सकती है? राष्ट्र के नाम संबोधन में राष्ट्रपति ने घोषणा की कि देश में संवैधानिक व्यवस्था मुख्यत: बहाल कर दी गई है और स्थानीय प्रशासन ने हालात को नियंत्रित कर लिया है।
राष्ट्रपति ने कहा, ‘आतंकवादी अब भी हथियारों का उपयोग कर रहे हैं और लोगों की संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे हैं। इनके खिलाफ आतंकवाद विरोधी कार्रवाई जारी रखा जाना चाहिए।’ कजाकिस्तान के आंतरिक मामलों के मंत्रालय ने कहा कि उपद्रव के दौरान 26 प्रदर्शनकारी मारे गए, 18 घायल हो गए जबकि 3000 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है। इस दौरान 18 सुरक्षा अधिकारी भी मारे गए और करीब 700 घायल हुए।
करीब तीन दशक पहले आजाद होने के बाद से पहली बार कजाकिस्तान में सड़कों पर भीषण प्रदर्शन हो रहे हैं। वाहन ईंधन की एक विशेष किस्म की कीमतों के लगभग दोगुना होने के विरोध में शुरू हुआ यह प्रदर्शन पूरे देश में फैल गया और यह स्वतंत्रता के बाद से एक ही पार्टी के शासन को लेकर व्यापक असंतोष को दिखाता है।
विरोध प्रदर्शन बेहद हिंसक हो गया है, सरकारी इमारतों में आगजनी की गई और एक दर्जन से अधिक अधिकारियों की मौत हो गई। अल्माटी में शुक्रवार सुबह भी झड़प होने की खबर है। रूसी समाचार एजेंसी तास के मुताबिक अल्माटी में एक इमारत को आग के हवाले कर दिया गया। हालांकि सुरक्षा बलों ने अल्माटी हवाई अड्डे को प्रदर्शनकारियों के कब्जे से मुक्त करा लिया है।