बुल्लीबाई एप के मास्टरमाइंड नीरज विश्नोई का राजस्थान के नागौर से गहरा नाता है। नीरज विश्नोई का परिवार नागौर के जायल तहसील के रोटू गांव का रहने वाला है। वैसे तो उसका परिवार पिछले 30 साल से असम में रह रहा है। लेकिन नीरज और उसके परिवार की जड़ें अभी भी नागौर से जुड़ी हैं। परिवार और अन्य रिश्तेदारियों में होने वाले फंक्शन के लिए यह लोग यहां आते रहते हैं। हालांकि नीरज के रिश्तेदारों और उसके गांववालों को अभी यह पता नहीं कि उसे पुलिस ने आखिर गिरफ्तार क्यों किया है।
असम से हुआ है अरेस्ट
गौरतलब है कि महिलाओं की ऑनलाइन नीलामी करवाने के आरोप में नीरज को दिल्ली पुलिस ने असम के जोराहट से गिरफ्तार किया है जिसे पुलिस ने कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को नीरज के ठिकानों की तलाशी लेने की भी परमिशन दी है। बताया जा रहा है की इस एप को नीरज ने साल 2020 में ही बना लिया था और बाद में इसी एप के जरिए वो महिलाओं की नीलामी करवाता था ।
पुलिस को कहता था स्लमबाई
इस केस से जुड़ी हर एक्शन पर नजर रख रहा था। टि्वटर अपने अकाउंट से वह पुलिस को चैलेंज भी कर रहा था। उसने टि्वटर पर अपना अकाउंट भी बना रखा था। इस पर ट्वीट करके उसने पूर्व में गिरफ्तार किए गए आरोपियों को रिहा करने की बात कही थी। गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में आया आरोपी नीरज विश्नोई इंजीनियरिंग का छात्र है। वह भोपाल के वेल्लोर इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में पढ़ाई करता था, जिसे अब संस्थान से सस्पेंड कर दिया है।