गाजियाबाद जिले के मोदीनगर में भोजपुर थानाक्षेत्र के गांव प्रथमगढ़ में पति से विवाद के बाद महिला ने ढाई साल के इकलौते बेटे को मौत के घाट उतार दिया। बेटे को कीटनाशक पिलाने के बाद महिला ने खुद भी तेजाब पीकर जान देने की कोशिश की, लेकिन उल्टी होने के कारण वह बच गई। पूछताछ में महिला ने बेटे की हत्या की बात कबूल कर ली। पति की तहरीर पर हत्या का केस दर्ज कर पुलिस ने महिला को गिरफ्तार कर लिया।
गांव प्रथमगढ़ निवासी आकाश की मुजफ्फरनगर के मीरापुर निवासी सोनम के साथ पांच साल पहले शादी हुई थी। शादी के बाद सोनम ने बेटे अक्षित को जन्म दिया, जो ढाई वर्ष का था। पुलिस का कहना है कि सोनम अक्सर अपने मायके जाती रहती थी, जिसका आकाश विरोध करता था। इसी बात को लेकर दोनों में विवाद होता रहता था। करीब सात महीने पहले भी सोनम मायके चली गई थी। बेटे को वह पति के पास छोड़ गई थी।
25 दिसंबर को सोनम के परिजन उसे ससुराल छोड़ गए और यह आश्वासन दिया था कि अब सोनम विवाद नहीं करेगी। पुलिस का कहना है कि मंगलवार रात में दोनों के बीच फिर विवाद हुआ था। गुरुवार सुबह सोनम की सास और जेठ खेत चले गए, जबकि पति आकाश घर में सो रहा था। सुबह करीब साढ़े 9 बजे जेठ विकास चाय लेने के लिए घर पहुंचा तो दरवाजा बंद था।
अस्पताल में मृत घोषित कर दिया : विकास ने धक्का देकर गेट खोला तो सोनम बदहवास हालत में थी और उसने कहा कि बेटे अक्षित को कुछ हो गया है। अक्षित को स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, वहां से उसे मेरठ के अस्पताल में रेफर कर दिया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
कमरे में कीटनाशक की टूटी शीशी देख हुआ शक
एसपी ग्रामीण डॉ. ईरज राजा ने बताया कि सोनम बदहवास हालत में थी। परिजनों ने सोनम के कमरे में मच्छर मारने वाले लिक्विड की टूटी रिफिल देखी तो उन्हें शक हुआ। साथ ही उल्टी पड़ी होने के कारण शक और ज्यादा गहरा गया। परिजनों की सूचना पर पहुंची भोजपुर पुलिस ने सोनम को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने बेटे को ऑलआउट पिलाकर मौत के घाट उतारने की बात कबूल कर ली।