राजधानी दिल्ली में सर्द मौसम से प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी हुई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक बुधवार के दिन दिल्ली की हवा में प्रदूषक कण मानकों से लगभग चार गुना ज्यादा रहे। हालांकि अगले तीन दिनों में तेज हवाओं के चलते प्रदूषण के स्तर में कमी आने का अनुमान है। दिल्ली के लोग पिछले साल नवंबर के बाद से ही प्रदूषित हवा में सांस ले रहे हैं। सर्द मौसम के चलते बुधवार को इसमें और इजाफा हुआ।
सीपीसीबी के मुताबिक दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक बुधवार को 397 अंक रहा। इस स्तर की हवा को बेहद खराब श्रेणी में रखा जाता है। हालांकि यह गंभीर श्रेणी से सिर्फ चार अंक नीचे है। एक दिन पहले मंगलवार को सूचकांक 378 अंक पर था। चौबीस घंटों के अंदर इसमें 19 अंकों की बढ़ोतरी हुई है। दिल्ली के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 अंक से ऊपर यानी गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया।
मानक से लगभग चार गुना ज्यादा प्रदूषण
दिल्ली की हवा में इस समय मानक से लगभग चार गुना ज्यादा प्रदूषण है। सीपीसीबी के मुताबिक बुधवार शाम को हवा में प्रदूषक कण पीएम-10 का स्तर 394 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर और पीएम-2.5 का स्तर 252 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर दर्ज किया गया। मानक के मुताबिक पीएम 10 का स्तर 100 से और पीएम-2.5 का स्तर 60 से कम होना चाहिए। इसके अनुसार दिल्ली की हवा में अब भी मानक से चार गुना ज्यादा प्रदूषण मौजूद है।
प्रदूषण से राहत मिलने की उम्मीद
लंबे समय से भयावह प्रदूषण में सांस ले रहे दिल्लीवालों के लिए राहत की बात यह है कि अब साफ-सुथरी हवा की उम्मीद बंधती दिख रही है। सफर का अनुमान है कि अगले तीन दिनों में हवा की रफ्तार अपेक्षाकृत तेज रहेगी। यह हवा अपने साथ प्रदूषक कणों को बहा ले जाएगी। इससे लोगों को साफ-सुथरी हवा में सांस लेने का मौका मिलेगा।
प्रदूषण मीटर
वायु गुणवत्ता सूचकांक
04 जनवरी 378
05 जनवरी 397
यहां की हवा सबसे खराब
जहांगीरपुरी 448
पटपड़गंज 441
नेहरू नगर 459
ओखला फेज-2 443
अशोक विहार 444