राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) मुखिया जयंत चौधरी और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के बीच एक दो दिनों में लखनऊ में मुलाकात हो सकती है। बताया जा रहा है कि दोनों दलों ने गठबंधन का ऐलान भले ही कर दिया हो, लेकिन सीटों के बंटवारे को लेकर मतभेद उभर आए हैं। आरएलडी जहां वेस्ट यूपी में 40 सीटों पर दावेदारी कर रही है तो वहीं सपा 28-30 सीटों से अधिक देने को तैयार नहीं है।
एक वरिष्ठ आरएलडी नेता ने पहचान गोपनीय रखने की शर्त पर कहा, ”जयंत सिंह गुरुवार को लखनऊ आ रहे हैं और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात में सीट बंटवारे को अंतिम रूप दिया जा सकता है।” दोनों नेताओं के बीच यह मुलाकात ऐसा समय पर हो रही है जब सपा से जयंत की नाराजगी को लेकर अटकलें लग रही हैं। समाजवादी पार्टी के नेताओं और पार्टी से जुड़े कारोबारियों पर छापेमारी पर जयंत की चुप्पी को इस बात का संकेत माना जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच सबकुछ ठीक-ठाक नहीं है।
पार्टी नेताओं के मुताबिक, जयंत पश्चिमी यूपी में जाट बहुल 40 सीटों की मांग कर रहे हैं, जबकि समाजवादी पार्टी 28-30 सीटों से अधिक देने को तैयार नहीं है। इसी वजह से गठबंधन के भविष्य पर सवाल उठ रहे हैं। एक अन्य आरएलडी नेता ने कहा, ”समाजवादी पार्टी अपना स्टैंड लगातार बदल रही है।” उन्होंने आगे कहा, ”मुद्दा केवल यह नहीं है कि हम जितनी सीटें मांग रहे हैं वह उससे कम दे रहे हैं, बल्कि वह इस बात पर भी जोर दे रहे हैं कि कुछ सपा नेता आरएलएडी के सिंबल पर लड़ेंगे। हम इसके लिए तैयार नहीं है और सीट बंटवारे में इसलिए देरी हो रही है।”
आरएलडी के वरिष्ठ नेता और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव त्रिलोक त्यागी ने दोनों पार्टियों के बीच सीट बंटवारे पर किसी बड़े मतभेद की खबरों का खंडन किया। उन्होंने दावा किया, ”एक-दो दिन में सीट शेयरिंग का मुद्दा जयंत चौधरी और अखिलेश यादव की मुलाकात में दूर कर लिया जाएगा।” त्यागी ने दावा किया कि पार्टियों के बीच गठबंधन कायम है और आरएलडी को सपा के साथ जाने से रोकने के लिए बीजेपी अफवाह फैला रही है। बता दें, कि जयंत और अखिलेश के बीच आखिरी मुलाकात लखनऊ में 11 नंवबर 2011 को हुई थी। तब उन्होंने गठबंधन पर मुहर लगाई थी।