कानपुर में क्राइम ब्रांच साइबर सेल ने पिछले साल बड़ी कार्रवाई कीं। दो दर्जन से ज्यादा ठगों को जेल भेजने के अलावा सेल ने 2.20 करोड़ रुपये बरामद किए। इनमें से कई पीड़ितों के पैसे भी वापस कराए गए। कभी मोबाइल हैक कर, कभी इनाम जीतने का लालच और कभी पुराना वाहन बेचने के नाम लोगों से ठगी करने वाले साइबर ठगों ने एक साल में हजारों लोगों को शिकार बनाया। सेल ने 29 ठगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा। इसमें 1774 मामले दर्ज किए गए, जिसमें लोगों से आठ करोड़ से अधिक की ठगी की गई थी।
साइबर सेल ने तत्परता दिखाते हुए इनमें से 2.20 करोड़ रुपये लोगों को वापस दिला दिए। हालांकि, रिकवरी रेट करीब 30 प्रतिशत ही रहा, लेकिन रुपये गंवाने के बाद वापस मिलने की उम्मीद खो चुके लोगों ने राहत की सांस ली। डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल के अनुसार साइबर ठगी की घटना को अंजाम देने वाले ठग झारखंड, कोलकाता, तमिलनाडु, बिहार में बैठकर घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। उन्हें पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन लोगों को भी अपने स्तर से किसी लालच में न पड़ते हुए सतर्क रहने की जरूरत है।