कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के जरिए कांग्रेस युवा, महिलाओं पर फोकस करने की तैयारी में है। उसका फोकस पहाड़ की महिला वोटरों को अपने पक्ष में करने पर है। इसीलिए श्रीनगर, अल्मोड़ा के जरिए गढ़वाल, कुमाऊं को साधने की तैयारी की जा रही है।
प्रियंका गांधी की हमेशा से प्रचार में मांग रही है। कांग्रेस के स्टार प्रचारकों में सबसे अधिक मांग उन्हीं की है। इसी को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस ने आठ जनवरी को श्रीनगर, अल्मोड़ा में रैलियां रखी हैं। इन रैलियों के जरिए युवा, महिला वोटरों को रिझाने की तैयारी की जा रही है। युवा, महिलाओं के बीच अपनी पकड़ को मजबूत करने की तैयारी है। युवा और महिला वोटरों के बीच कांग्रेस का संदेश पहुंचाने पर जोर दिया जा रहा है।
इसके लिए प्रियंका गांधी की छवि को भुनाने की पूरी तैयारी है। उनके इंदिरा गांधी वाले अंदाज के जरिए वोटरों तक अधिक से अधिक पहुंचने पर काम किया जा रहा है। पहाड़ों में महिला और युवा वोटरों की अहम भूमिका रहती है। ऐसे में प्रियंका गांधी के जरिए इस वोट बैंक को मजबूत करने पर जोर दिया जा रहा है।
अधिक से अधिक रैलियां कराने की तैयारी
कांग्रेस की तैयारी है कि विधानसभा चुनाव 2022 में प्रियंका गांधी की अधिक से अधिक रैलियां कराई जाएं। रैलियों के साथ ही रोड शो, जनसभाएं कराने पर भी जोर दिया जा रहा है। राज्य के अधिक से अधिक हिस्से को कवर करने करने की तैयारी है। ताकि चुनाव प्रचार को धार दी जा सके। भाजपा के स्टार प्रचारकों का जवाब दिया जा सके।
प्रियंका गांधी को लेकर युवाओं, महिलाओं में क्रेज है। हर कोई उन्हें नजदीक से देखना और सुनना चाहता है। उनके बेटी हूं, लड़ सकती हूं के नारे ने उन्हें नारी शक्ति के बीच एक नई पहचान दी है। हमारी कोशिश है कि उनकी अधिक से अधिक जनसभाएं, रैलियां कराई जाएं। प्रचार अभियान में उनका अधिक से अधिक इस्तेमाल हो सके।
हरीश रावत, अध्यक्ष चुनाव प्रचार समिति