उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष जांच दल (एसआईटी) ने लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में सोमवार को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष समेत सभी 14 आरोपियों के खिलाफ अदालत में आरोप पत्र दाखिल कर दिया। इसके बाद एक बार फिर विपक्ष ने केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी को हटाने के लिए मोदी सरकार बर दबाव बढ़ा दिया है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने टेनी को बर्खास्त करने की मांग करते हुए कहा कि पीएम मोदी भक्षक के साथ खड़े हैं।
प्रियंका ने ट्वीट किया, ”झूठी माफी और कानून वापस लेने जैसे चुनावी कदम भी मोदी जी की किसान विरोधी सोच को ढक नहीं सकते। वे रक्षक के पद पर हैं, लेकिन भक्षक के साथ खड़े हैं। लखीमपुर खीरी नरसंहार मामले की चार्जशीट में भी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे ही किसानों को कुचलने की घटना के मुख्य आरोपी हैं। लेकिन नरेंद्र मोदी जी के सरंक्षण के चलते मंत्री अजय मिश्रा टेनी पर जांच की आंच तक नहीं आई और वे अपने पद पर बने हुए हैं।” प्रियंका ने ट्वीट के साथ #टेनी_को_बर्खास्त_करो लिखा।
5 हजार पन्नों में चार्जशीट
वरिष्ठ अभियोजन अधिकारी एस पी यादव ने यहां बताया कि एसआईटी ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट चिंताराम की अदालत में 5,000 पन्नों का आरोप पत्र दाखिल कर दिया है। उन्होंने बताया कि यह आरोप पत्र पिछले साल तीन अक्टूबर को गाड़ियों से कुचलकर चार किसानों की कथित रूप से हत्या किए के मामले से संबंधित है। इसमें वीरेंद्र शुक्ल नामक एक और आरोपी का नाम शामिल किया गया है। इस तरह मामले के अभियुक्तों की संख्या बढ़कर 14 हो गई है। यादव ने बताया कि इस मामले में मुख्य अभियुक्त आशीष के साथ-साथ अंकित दास, नंदन सिंह बिष्ट, सत्यम त्रिपाठी, लतीफ उर्फ काले, शेखर भारती, सुमित जायसवाल, आशीष पांडे, लवकुश राणा, शिशुपाल, उल्लास कुमार उर्फ मोहित त्रिवेदी, रिंकू राणा तथा धर्मेंद्र बंजारा नामक अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
4 किसान समेत 8 की गई थी जान
गौरतलब है कि पिछले साल तीन अक्टूबर को लखीमपुर जिले के तिकुनिया क्षेत्र में अजय मिश्रा के यहां आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत करने जा रहे उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे के किसानों द्वारा विरोध के दौरान हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी। किसानों की हत्या के मामले में गृह राज्य मंत्री का बेटा आशीष मुख्य अभियुक्त है।