मथुरा जिले के कस्बा गोवर्धन में सौंख रोड स्थित राजीव चौक पर शुक्रवार देर रात कार सवारों ने तेजी व लापरवाही से चलाते हुए रोड पर खड़े दरोगा समेत पांच पुलिस कर्मियों को रौंद दिया। इससे दरोगा की मौत हो गयी और तीन कांस्टेबल तथा एक होमगार्ड घायल हो गया। घटना में कार सवार एक युवक घायल हो गया। घटना के बाद कार सवार तीन लोग भाग निकले। पुलिस ने घायलों को उपचार को भेज शव पोस्टमार्टम को भेज दिया है।
नववर्ष पर ब्रज में धार्मिक स्थलों पर दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुविधा को लेकर मथुरा, वृंदावन, गोवर्धन, बरसाना आदि क्षेत्र में पुलिस बल को लगाया गया था। शुक्रवार देर रात करीब डेढ़ बजे राजीव चौक सौंख रोड, गोवर्धन पर पुलिस चेकिंग कर रही थी। तभी गोवर्धन की ओर से आई कार के चालक ने तेजी व लापरवाही से चलाते हुए बैरियर/स्टॉपर में टक्कर मार रोड पर खड़े दरोगा समेत चार पुलिस कर्मी और एक होमगार्डं को रौंद दिया तथा वहीं खड़ी पुलिस जीप को भी टक्कर मारकर क्षतिग्रस्त कर दिया। इसके बाद गाड़ी अनियंत्रित होकर रोड किनारे पलट गयी। कार पलटने के बाद इसमें से निकलकर तीन लोग भाग गये, जबकि एक कार चालक घायल हो गया।
हादसे की सूचना पर पुलिस पुलिस अधिकारियों ने मौका मुआयना कर गंभीर रूप से घायल दरोगा रामकिशन (59) के अलावा सिपाही अमित, अतेंद्र, अनुज, होमगार्ड व घायल कार सवार को तत्काल उपचार को सीएचसी गोवर्धन ले गये। हालत गंभीर होने पर उन्हें निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। उपचार के दौरान दरोगा रामकिशन की मौत हो गयी। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम को भेज दिया। पुलिस कार सवार अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है। दरोगा की मौत की सूचना पर परिजनों में कोहराम मच गया। सूचना मिलने के बाद परिवारीजन एटा से मथुरा आ गये। कार गोवर्धन थाना क्षेत्र के किसी हिस्ट्रीशीटर की बताई जा रही है। पुलिस इसकी तलाश कर रही है।
सलामी गारद के बाद पैत्रक गांव भेजा शव
मूलरूप से गांव नगला फकीर, थाना निधौलीकलां, एटा निवासी उप निरीक्षक रामकिशन की मौत के बाद पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया। इस दौरान परिजन भी आ गये। पुलिस लाइन में दरोगा के शव को श्रद्धासुमन अर्पित कर सलामी देने के बाद गारद के साथ उनके पैत्रक गांव नगला फकीर भेज दिया गया।
आठ दिन पहले ही गये थे थाना गोवर्धन
हादसे में मृत उप निरीक्षक रामकिशन सिंह का 24 दिसंबर को ही पुलिस लाइन से थाना गोवर्धन स्थानांतरण हुआ था। शुक्रवार की रात हादसे में उनकी मौत हो गयी। थाना प्रभारी निरीक्षक गोवर्धन राजकमल सिंह ने वताया कि मृतक दरोगा रामकिशन सिंह आठ माह बाद सेवानिवृत्त होने वाले थे। पुलिस लाइन के प्रतिसार निरीक्षक ने बताया कि दरोगा रामकिशन सिंह वर्ष-1982 में सिपाही के पद पर नियुक्त हुए थे। इनकी एक बेटी है। उसकी शादी हो चुकी है।
हेड कांस्टेबल ने कराई रिपोर्ट
थाना गोवर्धन में तैनात हेड कांस्टेबल देवी सिंह ने थाने में तहरीर दी। पुलिस ने तहरीर पर कान्हा निवासी गोवर्धन व चार-पांच अन्य के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने इनकी तलाश कर रही है।