फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (फोर्डा ) ने एक महीने के लंबे विरोध के बाद शुक्रवार को NEET-PG काउंसलिंग में देरी के खिलाफ अपनी हड़ताल वापस ले ली। शुक्रवार को जारी एक बयान में डॉक्टर्स एसोसिएशन ने कहा कि अस्पतालों में सभी आपातकालीन सेवाएं शुक्रवार दोपहर तक फिर से शुरू हो जाएंगी।
फोर्डा द्वारा जारी एक बयान में डॉक्टरों ने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक में उन्हें आश्वासन दिया गया था कि सरकार 6 जनवरी से पहले सुप्रीम कोर्ट को एक समिति की रिपोर्ट पेश करेगी और 6 जनवरी को कोर्ट में सुनवाई के बाद NEET-PG 2021 काउंसलिंग शेड्यूल प्रकाशित करेगी।
फोर्डा के बयान के अनुसार, 30 दिसंबर को दिल्ली पुलिस के कई अधिकारियों के साथ फोर्डा के प्रतिनिधियों की कई बैठकें हुईं। दिल्ली पुलिस ने इस बात पर प्रकाश डाला कि वे सर्वोच्च सम्मान रखते हैं। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि कानूनी प्रक्रियाओं के अनुसार रेजिडेंट डॉक्टरों के खिलाफ दर्ज एफआईआर वापस लेने पर विचार किया जाएगा।
इसमें कहा गया है कि मरीजों देखभाल सहित विभिन्न कारणों पर विचार करते हुए सर्वसम्मति से 31 दिसंबर दोपहर 12 बजे आंदोलन को बंद करने का निर्णय लिया गया। है। एसोसिएशन ने यह भी कहा कि मंत्रालय ने 27 दिसंबर को दिल्ली पुलिस द्वारा विरोध कर रहे डॉक्टरों के खिलाफ हिंसा पर खेद व्यक्त किया।
फोर्डा के अनुसार, डॉक्टरों को आश्वासन दिया गया था कि एक सप्ताह में काउंसिलिंग शेड्यूल जारी किया जाएगा, लेकिन जब ऐसा नहीं हुआ, तो उन्होंने 17 दिसंबर से अपनी हड़ताल फिर से शुरू कर दी थी। डॉक्टरों की हड़ताल से प्रभावित हुए प्रमुख अस्पताल केंद्र सरकार द्वारा संचालित सफदरजंग अस्पताल, राम मनोहर लोहिया अस्पताल, लेडी हार्डिंग और दिल्ली सरकार द्वारा संचालित लोक नायक अस्पताल और गुरु तेग बहादुर अस्पताल हैं।
दिल्ली फोर्डा के अध्यक्ष डॉ. मनीष ने कहा कि हमने कल रात ज्वाइंट सीपी के साथ बैठक की थी। आईटीओ विरोध के सिलसिले में दर्ज एफआईआर वापस लेने की प्रक्रिया शुरू किए जाने का आश्वासन दिया गया है। आज दोपहर 12 बजे के बाद हम NEET 2021 काउंसलिंग में देरी के खिलाफ अपनी हड़ताल वापस लेंगे। फोर्डा अध्यक्ष ने कहा कि मरीज पहले से ही पीड़ित हैं, कई सर्जरी टाल दी गई हैं। इस स्थिति को देखते हुए वे आज दोपहर 12 बजे हड़ताल समाप्त कर रहे हैं।