पूरी दुनिया में ओमिक्रॉन का खतरा फैल रहा है। भारत की बात करें, तो केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय अनुसार पिछले 24 घंटों में ओमिक्रॉन से 961 व्यक्ति संक्रमित पाए गए हैं, जिनमें दिल्ली में सबसे ज्यादा 263, महाराष्ट्र में 252 और गुजरात में 97 मामले हैं। इसके अलावा 22 राज्यों में ओमिक्रॉन से 961 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 320 संक्रमण से ठीक भी हो चुके हैं। ओमिक्रॉन वेरिएंट की सबसे बड़ी समस्या यह है कि अभी तक इसके सभी लक्षण पूरी तरह साफ नहीं हुए हैं, जिसकी वजह से लोगों को अभी भी इस वायरस के शिकार हुए लोगों को पहचानने में परेशानी हो रही है। ओमिक्रॉन के कुछ लक्षण कोरोना डेल्टा वेरिएंट की तरह ही हैं लेकिन हाल ही में अफ्रीका में कुछ मामले ऐसे रहे हैं, जिनमें ओमिक्रॉन के शिकार हुए लोगों में स्किन इंफेक्शन की समस्या भी देखी गई।
ओमिक्रॉन के कुछ लक्षण बेहद सामान्य हैं, जिनमें
– हल्का बुखार
– खराश वाला गला
– जुकाम
– छींक आना
– शरीर में बहुत दर्द
– थकान
– रात में पसीना आना।
इसके अलावा, दो असामान्य लक्षण जो हाल ही में सामने आए हैं, वे हैं मतली के साथ उल्टी और भूख न लगना। इसके अलावा स्किन इंफेक्शन के भी कुछ लक्षण सामने आए हैं।
स्किन पर क्या होता है असर
ओमिक्रॉन के शिकार लोगों के शरीर में छोटे-छोटे लाल दाने और लाल चकत्ते देखे गए हैं। इसके अलावा उंगलियों और पैर की उंगलियों पर लाल और बैंगनी रंग के धब्बे हो सकते हैं, जिसमें दर्द और खुजली हो सकती है।
कुछ लोगों में स्किन रैशेज और चुभने वाले हीट टाइप रैशेज भी लक्षण दिखे। खुजली करने से शरीर पर कहीं भी लाल धब्बे बन जाते हैं, जो कोहनी, घुटनों और हाथों और पैरों के पिछले हिस्से में तेजी से फैलते हैं।