उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण को बढ़ने से रोकने के लिए भीड़ नियंत्रण को कड़े कदम उठाए जाएंगे। इस क्रम में मंगलवार को मुख्य सचिव डॉ.एसएस संधु ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को अधिकार दे दिए कि कोरोना के केस बढ़ने पर वो अपने स्तर पर नाइट कर्फ्यू, ज्यादा भीड़ जुटने पर प्रतिबंध, विवाह और अंत्येष्टि में लोगों की संख्या सीमित करने जैसे कदम उठा सकते हैं।
लेकिन इस सबके बीच सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच सरकार सियासी रैलियों और जनसभाओं पर भी रोक लगाएगी? राजनीतिक दल भी इसके लिए तैयार होंगे या नहीं? कोरोना वायरस के नये स्वरूप ओमीक्रोन की वजह से प्रदेश में एक बार फिर चिंता का माहौल है। किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए सरकार अलर्ट मोड में आती दिख रही है।
इसके चलते नाइट कर्फ्यू और भीड़ प्रबंधन समेत कई कदम उठाए जाने लगे हैं। पर चिंता राजनीतिक कार्यक्रमों को लेकर ही है। चुनावी रैलियों-सभाओं में हजारों लोगों की भीड़ उमड़ने से संक्रमण का खतरा बन सकता है। आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के साथ कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, उत्तराखंड क्रांति दल, बहुजन समाज पार्टी समेत तमाम दल इस वक्त काफी सक्रिय हैं।
इस संबंध में सरकारी प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने कहा कि जनसुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। यदि संक्रमण बढ़ा तो सरकार उस स्थिति के अनुसार हरसंभव कदम उठाएगी। जो सभी पर समान रूप से लागू होंगे। इस बाबत मंगलवार को मुख्य सचिव ने सभी जिलाधिकारियों निर्देश दे दिए हैं। मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु ने कोरोना संक्रमण बढ़ने से रोकने के लिए जिलाधिकारियों को सख्त कदम उठाने को कहा है। उन्होंने कहा कि यदि मरीज बढ़ रहे हैं तो कंटेनमेंट जोन बनाए जाएं और भीड़ एकत्र होने पर प्रतिबंध लगाया जाए। शादी समारोह और अंत्येष्टि में शामिल होने वालों की संख्या सीमित करने को भी कहा गया है।
भाजपा, सरकार और प्रशासन की ओर से जारी हर आदेश का पालन करेगी। कोरोना संक्रमण के नियंत्रण के लिए भाजपा का रुख सदैव साफ और सकारात्मक रहा है। संक्रमण पर नियंत्रण के लिए सरकारी स्तर पर उठाए गए हर कदम पर अमल करेंगे।
मदन कौशिक, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा
कांग्रेस जिम्मेदार और संवेदनशील सियासी दल है। यदि सभी पर समान रूप से व्यवस्था लागू होती तो कांग्रेस भी उसका पालन करेगी। पर यदि मानकों में सत्ताधारी दल और विपक्ष के बीच एक प्रतिशत भी पक्षपात की कोशिश की गई तो कड़ा विरोध होगा।
गणेश गोदियाल, प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस
कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए बड़ी चुनावी रैलियों पर पूरी तरह रोक लगा देनी चाहिए। उक्रांद काफी समय से इसकी मांग कर रहा है। भाजपा, कांग्रेस दोनों ही लगातार बड़ी रैलियों का आयोजन कर कोरोना को बढ़ावा देने का काम कर रही हैं।
काशी सिंह ऐरी, अध्यक्ष, उक्रांद