बांका जिले के रजौन थाना की राजावर बस्ती में मंगलवार की शाम चारों तरफ कोहराम मच गया था। कई घंटों तक गांव के लोगों में अफरा-तफरी मची रही। सभी लोग अशोक पासवान के घर की तरफ दौड़ रहे थे। गांव में मचे कोलाहाल से आसपास की बस्ती के लोग भी वहां पहुंच गए। अशोक पासवान का पूरा संसार ही तब तक उजड़ गया था।
अशोक पासवान के चार बच्चों के साथ ही उसकी भतीजी की जलकर मौत हो चुकी थी। अशोक ने अपने बच्चों को बचाने का पूरा प्रयास किया। इस दौरान वह भी बुरी तरह झुलस गया। अशोक को इलाज के लिए बांका सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अशोक ने बताया कि वह मछली बेचकर परिवार चलाता है। उसे एक पुत्र व तीन पुत्री थी।
मंगलवार की शाम व घर से कुछ दूरी पर ही मछली बेच रहा था जब उसकी पत्नी सरिता देवी बदहवास होकर दौड़ी हुई आई और कहा कि घर में आग लग गयी है। यह सुनते ही वह दौड़ पड़ा। घर पहुंचा तो उसके कमरे में आग फैल चुकी थी। वह अपने बच्चों को बचाने का पूरा प्रयास किया तथा वह झुलस गया। देखते ही देखते सभी बच्चों की झुलसकर मौत हो गई। ग्रामीणों की भीड़ ने आग पर काबू पाया लेकिन तब तक पूरा संसार लुट चुका था।
एक दिन पहले ही ननिहाल से आई थी भतीजी अंशु
अशोक पासवान सात भाई हैं तथा उसके सभी भाई को रहने के लिए एक एक कमरा मिला है। बरामदे पर उसके माता पिता रहते हैं। इसी कमरे में खाना भी बनाया जाता है। मंगलवार की शाम भी जब उसकी पत्नी खाना बना रही थी कि उसी समय एकाएक गैस सिलेंडर मे आग लग गई। तभी उसके चार बच्चे एवं एक भतीजी कमरे में ही पढ़ रहे थे। उसके भाई प्रकाश पासवान की पत्नी का ऑपरेशन हुआ है तथा वह मायके में है। भतीजी अंशु भी ननिहाल में थी। सोमवार को ही वह ननिहाल से आई थी।