बिहार के गया में रेलवे स्टेशन पर कोरोना मरीजों के आइसोलेशन के लिए खड़ी ट्रेन की एक बोगी में अचानक आग लग गई। यह बोगी अचानक धू-धू कर जल उठी। सोमवार की सुबह सवा नौ बजे यह हादसा हुआ। बोगी में आग लगने पर स्टेशन पर अफरा तफरी मच गई। आनन फानन में पहुंचे दमकलकर्मी और विभागीय कर्मचारियों ने दो घंटे के प्रयास कज बाथ आग पर काबू पाया। लेकिन तब तक बोगी जल चुकी थी।
घटना की जानकारी होने पर डीआरएम राजेश कुमार पांडेय सहित कई शाखाधिकारी गया स्टेशन पर पहुंचकर मामले की छानबीन करने में जुटे है। कोविड संक्रमण के दौरान रेल प्रशासन दर्जनों बोगियों को चलित अस्पताल बना दिया था। ताकि जरूरत पड़ने पर प्रयोग किया जा सकें। इस क्रम में गया स्टेशन के लूप लाइन में भी एक कोविड की बोगी रखी गई थी। सोमवार की सुबह सवा 8 बजे अज्ञात कारणों से उक्त बोगी में आग लग गई थी। इससे बोगी धूधू कर जलने लगी। विभागीय कर्मचारियों ने लगभग दो घंटे के प्रयास पर आग पर काबू पाई। वही घटना की जांच कराई जा रही है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सुबह-सुबह पिलग्रीम प्लेटफार्म पर खड़ी ट्रेन के एक स्लीपर बोगी से धुआं निकल रहा था। इसकी सूचना मिलने पर थोड़ी देर बाद रेलवे के कई प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए। थोड़ी देर बाद ही फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां भी मौके पर पहुंच गईं। फायर बिग्रेड की गाड़ियां आग बुझाने में जुट गईं। ट्रेन में आइसोलेशन वार्ड बनाया गया था। ट्रेन की एक स्लीपर बोगी में आग लगी है। मौके पर पहुंचे राहत दल ने ट्रेन की अन्य बोगियों को काटकर अलग किया। गनीमत थी कि घटना के समय कोई भी व्यक्ति ट्रेन के अंदर मौजूद नहीं था।