ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तिहादुल मुस्लिमीन के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने जनसभा में विपक्षियों पर निशाने साधे। एक होने का आह्वान कर कहा कि अब लड़ाई हिस्सेदारी की है। यूपी में मजलिस का झंडा फहरेगा तो मुसलमानों को हक मिलेगा। ओवैसी ने कहा कि दुआओं एवं वोटों से मजलिस प्रत्याशी को कामयाब बनाएं। हर समाज पर लीडरशिप है, 19 फीसद मुसलमान पर सियासी ताकत नहीं। जमात मजबूत करनी है। सपा एवं बसपा ने वोट का इस्तेमाल कर बिरादरी मजबूत की, लेकिन हमें कमजोर छोड़ दिया। भाजपा की जीत का डर दिखा फिर वोट मांगेंगे। उनसे पूछें लोकसभा चुनाव में सपा-बसपा क्यों कामयाब नहीं हुए। महंगाई की बात करें तो योगी-मोदी कहते हैं ओवैसी भड़का रहा है। प्रधानमंत्री दिन में चार-पांच बार कपड़े बदल फोटो खिंचा समझते हैं कि हर मसला हल हो गया।
ओवैसी ने कहा कि मजलिस के बैनर तले सियासी ताकत बनाने आया हूं। आप पर एतबार है आप में तब्दीली आ रही है। हाथ उठवा कर वोट का समर्थन मांगा। प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली खान ने कहा कि राजनैतिक गुलाम नहीं बनना है। सपा को वोट दिया तो आज थानों एवं सरकारी दफ्तरों में यादव हैं, लेकिन आपका बेटा कहां है कारखाने में। डॉ. पवन राव आंबेडकर, मौलाना नौमान नदूवी ने विचार व्यक्त किया। संचालन सलमान उवैशी ने किया। जिलाध्यक्ष मेहराज फिरदौसी, जिला प्रमुख महासचिव शहजाद खान, शब्बीर आलम, इमरान बौबी, इरशाद, मास्टर नदीम, ऐहतिशाम अली बाबर आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
धर्म संसद के बहाने साधा भाजपा पर निशाना
ओवैसी ने कहा इधर पीएम चर्च में एकता-अखंडता की बात करते हैं तो उत्तराखंड में धर्म संसद में अल्पसंख्यकों को धमकी दी जा रही है। एक नेता मंच से कहते हैं अगर संसद में होता तो पूर्व पीएम को गोली मार देता। ईसाइयों को क्रिसमस न मनाने का संदेश देते हैं, भगवा संविधान की बात होती है। भाजपा की सरकार में अल्पसंख्यकों को धमकी देने वाले खुले घूम रहे हैं। पीएम के ओहदे का भी सम्मान नहीं है।
सपा के मंच पर क्यों जाते हो तौहीन कराने
अलीगढ़ के एक कार्यक्रम की चर्चा करते हुए कहा कि दस वर्ष से विधायक रहे मुस्लिम समाज के नेता की मंच पर ही तौहीन हुई। गलती हमारे लोगों की है, आखिर क्यों जा रहे हो दूसरे के मंच पर। कब तक दरी बिछाओगे। अपने मंच पर आओ, तुम नेता बन जाओ।
बाबा के सिर पर है नाम का बुखार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बाबा कहते हुए ओवैसी ने टिप्पणी की फिरोजाबाद में डेंगू, बुखार से बच्चे मर रहे थे, लेकिन बाबा के सिर पर जिले का नाम बदलने का बुखार है। जिले का नाम बदलने से कुछ नहीं होता, अस्पताल चाहिए। उनकी एक ही नीति है, कुछ भी कहो तो ठोंक दो, नहीं तो जेल में डाल दो।
सच सुनना नहीं चाहते पीएम
कानपुर में अपने भाषण का जिक्र करते हुए ओवैसी ने कहा 45 सेकंड के भाषण से सबके पेट में दर्द है। मोदी कहते हैं कि यह नहीं कहना चाहिए। हमने क्या गलत कहा। हमने पढ़ा है फिरौन हार गए, यजीद हार गए। यह सच है। वो चाहते हैं मरने वालों की बात न हो, जुर्म की बात न हो। 80 वर्ष के बूढ़े की ढाढ़ी नोचना गलत है, अगर वो हिंदू होता तो भी मैं इंसानियत के नाते साथ देता।