पापा ने मुझे और मां को चाकू घोंपा…शुरू में तो पुलिस भी एक बेटे की इस कहानी पर विश्वास कर बैठी। लेकिन कानून की नजर से कोई भी अपराधी लंबे समय तक बच नहीं सकता। जैसे-जैसे इस मामले की तफ्तीश आगे बढ़ने लगी बेटे की झूठी कहानियों का पर्दाफाश होता चला गया। दरअसल करीब 2 हफ्ते पहले महाराष्ट्र के ठाणे जिले के कल्याण स्थित एक फ्लैट में एक शख्स की लाश मिली थी और इसी फ्लैट में उनकी पत्नी घायल अवस्था में मिली थीं। अब घटना के करीब 14 दिन बीत जाने के बाद पुलिस ने आखिरकार इस खूनी खेल के आरोपी पति-पत्नी के बेटे को गिरफ्तार कर लिया है। शुक्रवार को पुलिस ने बताया कि यह हत्या घरेलू विवाद में की गई थी।
मां-बाप और बेटे तीनों जख्मी हालत में मिले
10 दिसंबर को मृतक शख्स की पहचान प्रमोद बनेरिया के तौर पर हुई थी। प्रमोद रेलवे में मोटरमैन थे और सेवानिवृत्त हो चुके थे। उनकी 52 साल की पत्नी घर के कमरे में खून से लथपथ मिली थीं। उस वक्त कुसुम घायल थीं। इस कपल के बेटे लोकेश ने उस वक्त वहां के वॉचमैन को मैसेज भेज कर एंबुलेंस बुलवाया था। वॉचमैन ने पड़ोसियों को अलर्ट किया था। जिसके बाद पड़ोसी फ्लैट में पहुंचे थे और लोकेश तथा उसकी मां घायल अवस्था में उन्हें वहां मिले थे। इन दोनों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। इसके बाद इस पूरी घटना की जानकारी पुलिस को भी दी गई थी।
बेटे ने बताई झूठी कहानी
लोकेश ने उस वक्त पुलिस को बताया था कि उसके पिता ने उसे और उसकी मां को चाकू घोंपा है। इसके बाद उसके पिता ने सुसाइड कर लिया। पुलिस को लोकेश के इस बयान पर शक था, लेकिन उस वक्त पुलिस के पास कोई ठोस सबूत नहीं थे। लिहाजा पुलिस ने अपनी जांच जारी रखी।
यूं हुआ पर्दाफाश
इलाज के दौरान लोकेश की मां कुसुम ने बताया कि उनके बेटे ने उनपर और उनके पति पर चाकू से हमला किया था। यह बताने के बाद पिछले शुक्रवार को कुसुम की भी अस्पताल में मौत हो गई। कुसुम का बयान सामने आने के बाद पुलिस ने हत्या का केस दर्ज किया और लोकेश को अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद गिरफ्तार कर लिया।
हत्या की यह है वजह
शुरुआती जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी लोकेश के पिता को शराब पीने की लत थी। शराब के नशे में अक्सर वो अपनी पत्नी के साथ मारपीट किया करते थे। इस बात से लोकेश काफी परेशान हो चुका था। लोकेश अपने परिजनों से छुटकारा पाना चाहता था और इसी वजह से उसने अपने पिता और मां पर हमला किया।
इस मामले के खुलासे और 27 साल के लोकेश बनेरिया को गिरफ्तार करने के बाद महात्मा फुले पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर प्रदीप पाटिल ने बताया कि उसे एक स्थानीय अदालत में पेश किया गया। अदालत ने उसे 2 दिनों के लिए पुलिस रिमांड पर भेज दिया।