यूपी में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र हर राजनीतिक दल और नेता अपने-अपने समीकरण दुरुस्त करने में जुटा है। इस बीच कांग्रेस को रायबरेली की विधायक अदिति सिंह के भाजपा में शामिल होने के बाद प्रयागराज में भी तगड़ा झटका लगा है। तीन बार के विधायक रहे राजेन्द्र त्रिपाठी पार्टी का दामन छोड़ भाजपा में शामिल हो गए हैं।
राजेंद्र त्रिपाठी ने लखनऊ भाजपा कार्यालय में भाजपा ज्वाइनिंग कमेटी के अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। जानकारों के मुताबिक उनका ऐसे अचानक पार्टी छोड़ना कांग्रेस के लिए बड़ा झटका है। राजेन्द्र त्रिपाठी तीन बार विधायक बनने के साथ ही यूपी कांग्रेस के मंत्री भी रह चुके हैं। जानकारों का कहना है कि इससे पहले जब रायबरेली सदर विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहीं अदिति सिंह ने कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थामा था तब उसे भी पार्टी के लिए बड़ा नुकसान माना जा रहा था। अब राजेन्द्र त्रिपाठी के जाने से यह नुकसान और बड़ा हो गया है। कांग्रेस का संगठन इस इलाके में कमजोर हुआ है। गौरतलब है इससे पहले 2017 के चुनाव में पार्टी की वरिष्ठ नेता रहीं रीता बहुगुणा जोशी भी भाजपा में शामिल हो गई थीं। उनके बाद प्रयागराज में राजेन्द्र त्रिपाठी कांग्रेस के लिए काफी महत्वपूर्ण थे।
राजेन्द्र त्रिपाठी के साथ ही बसपा के पूर्व विधायक कृष्ण पाल सिंह राजपूत, पूर्व आईएएस गुरबचन लाल, राष्ट्रीय लोक दल के प्रदेश महामंत्री मुनिदेव शर्मा समेत कई नेताओं ने भी भाजपा की सदस्यता ली है। मुनिदेव को रालोद अध्यक्ष अजीत सिंह का काफी करीबी माना जाता था।