राजस्थान के बाड़मेर जिले के गिड़ा इलाके में मंगलवार को आरटीआई कार्यकर्ता अमराराम जाट के साथ मारपीट करने और उनके पैरों में कील ठोकने के मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। घटना में इस्तेमाल की गई एक स्कॉर्पियो कार भी जब्त की गई है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों में शामिल भूपेंद्र सिंह (20), रमेश कुमार जाट (20), खरथा राम जाट (28) और आदेश जाट (25) को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि घटना में शामिल अन्य व्यक्तियों के संबंध में गहन पूछताछ की जा रही है।
बाड़मेर के पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने बताया कि मंगलवार 21 दिसंबर को गिड़ा थाने के हल्का क्षेत्र में जसोड़ो की बैरी निवासी आरटीआई कार्यकर्ता अमराराम जाट (30) का अज्ञात आरोपियों ने अपहरण कर लिया और सुनसान स्थान पर ले जाकर उन्हें मारने-पीटने के बाद उनके पैरों में कीलें ठोकी। इसके बाद उन्हें मरा हुआ छोड़कर आरोपी भाग गए। इस संबंध में गिड़ा थाने में मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि वे स्वयं अगले दिन 22 दिसंबर को घटना स्थल पर पहुंचे। हालात जान कर अज्ञात आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कई पुलिस दलों का गठन कर उन्हें आवश्यक निर्देश दिए। दीपक ने बताया कि पीड़ित अमराराम गोदारा को उपचार के लिये जोधपुर के एमडीएम चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया है। उन्होंने बताया कि घटना मे प्रयुक्त स्कार्पियो कार जब्त कर ली गई है।
मानवाधिकार आयोग ने लिया संज्ञान
मामले में संज्ञान लेते हुए बुधवार को राजस्थान राज्य मानवाधिकार आयोग ने राज्य के पुलिस महानिदेशक और अन्य अधिकारियों से घटना पर तथ्यात्मक रिपोर्ट और मामले में की गई कार्रवाई पर रिपोर्ट पेश करने को कहा था। वहीं राजस्थान सूचना आयोग ने भी मामले को गंभीरता से लिया है। सूचना आयुक्त नारायण बारेठ ने गुरुवार को इस बारे में जिला पुलिस अधीक्षक से बात कर मामले को गंभीरता से लेने, आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी और पीड़ित तथा उसके परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा।
अवैध शराब को लेकर की थी शिकायत
आपको बता दें कि आरटीआई एक्टिविस्ट अमराराम पर बायतू के गिदा इलाके स्थित उनके पैतृक गांव पारेयू के जसोदो में हमला किया गया था। बस स्टैंड से वापस घर लौटते वक्त उनपर हमला हुआ था। अमरा राम ने हाल ही में इलाके में शराब के अवैध धंधे और दुकानों के खिलाफ पुलिस में शिकायत की थी।