राजस्थान के बाड़मेर जिले से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। जिले में मंगलवार देर रात एक आरटीआई एक्टिविस्ट का अपहरण कर उसके पैरों में कील ठोक दी गई। 30 साल के आरटीआई एक्टिविस्ट का जोधपुर के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है और वह खतरे से बाहर हैं। आरटीआई एक्टिविस्ट के हमलावर फरार हैं और उन्हें पकड़ने के लिए पुलिस टीमों का गठन किया गया है।
आरटीआई एक्टिविस्ट अमरा राम पर बायतू के गिदा इलाके स्थित उनके पैतृक गांव पारेयू के जसोदो में हमला किया गया। बस स्टैंड से वापस घर लौटते वक्त उनपर हमला हुआ। अमरा राम ने हाल ही में इलाके में शराब के अवैध धंधे और दुकानों के खिलाफ पुलिस में शिकायत की थी।
अमरा राम के हाथ-पैर में हुए फ्रैक्चर
जानकारी के मुताबिक, अमरा राम का अपहरण करने के बाद उन्हें बुरी तरह से पीटा गया और फिर उनके पैरों में कील ठोकी गईं। इसके बाद हमलावर उन्हें मरा हुआ समझकर छोड़ गए। जिले के एसपी दीपक भार्गव ने कहा कि आरटीआई एक्टिविस्ट गंभीर रूप से घायल हैं और उनके हाथ-पैर में फ्रैक्चर हो गया है। भार्गव ने बताया कि अमरा राम का जोधपुर में इलाज चल रहा है।
हमलावरों को पकड़ने के लिए चार टीमें हुईं गठित
दीपक ने बताया कि हमलावरों को पकड़ने के लिए पुलिस की चार टीमें गठित की गई हैं। उन्होंने कहा, ‘अमरा राम ने अवैध शराब के बिजनेस के खिलाफ शिकायत की थी, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अवैध शराब जब्त की।’ राजस्थान मानवाधिकार आयोग ने घटना का संज्ञान लेते हुए डीजीपी और अन्य अधिकारियों से घटना की तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है।