केंद्र की तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आंदोलन लगातार जारी है। हरियाणा के नारनौंद में जहां शुक्रवार को कुछ असामाजिक तत्वों ने भाजपा सांसद रामचंद्र जांगड़ा की कार पर हमला कर दिया, वहीं रोहतक जिले के किलोई गांव में प्रदर्शनकारी किसानों ने कथित तौर पर कई भाजपा नेताओं को बंधक बनाकर उनके खिलाफ धरना-प्रदर्शन किया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हरियाणा के रोहतक में कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने राज्य के पूर्व सहकारिता राज्य मंत्री मनीष ग्रोवर समेत कई भाजपा नेताओं को गांव के एक मंदिर में बंधक बना लिया। प्रदर्शनकारियों ने इन नेताओं की गाड़ियों की हवा भी निकाल दी। इसकी जानकारी मिलते ही भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंच गया।
अखिल भारतीय किसान सभा के जिलाध्यक्ष प्रीत सिंह ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा ने इन 3 कृषि कानूनों को निरस्त करने और एमएसपी पर कानून बनने तक भाजपा-जेजेपी पार्टी नेताओं के बहिष्कार का आह्वान किया गया है। यह जानते हुए भी कि गांवों में उनका सामाजिक बहिष्कार किया जाता है, ये नेता ग्रामीणों की अनुमति लिए बिना यहां आए। हमारी मांग है कि वे ग्रामीणों से माफी मांगें और दोबारा ऐसा न करें।
भाजपा सांसद की कार का शीशा तोड़ा गया
इससे पहले हरियाणा के ही नारनौंद में भाजपा सांसद रामचंद्र जांगड़ा की हिसार जिले की यात्रा को लेकर किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान कुछ शरारती तत्वों ने कथित तौर पर लाठियां मारकर उनकी कार का शीशा तोड़ दिया। विरोध-प्रदर्शन के दौरान भाजपा सांसद रामचंद्र जांगड़ा को काले झंडे भी दिखाए। हालांकि, इस घटना में किसी को चोट नहीं आई। मंत्री ने इस घटना को ”हत्या का स्पष्ट प्रयास” बताया है।
केंद्र के तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान हरियाणा की सत्तारूढ़ भाजपा और जननायक जनता पार्टी (जजपा) के नेताओं के कार्यक्रमों का विरोध कर रहे हैं। पुलिस के अनुसार, हिसार के नारनौंद में काले झंडे लेकर प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने जांगड़ा का मार्ग अवरुद्ध कर दिया। पुलिस ने कहा कि बाद में रास्ता खुलवाया गया, जिससे राज्यसभा सदस्य को आगे बढ़ने दिया गया।
जांगड़ा ने कहा कि पुलिस अधिकारियों ने उन्हें बताया कि घटना के सिलसिले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि अपने एक कार्यक्रम के बाद, मैं एक अन्य समारोह में शामिल होने के लिए जा रहा था, तभी कुछ शरारती तत्वों ने मेरी कार पर लाठियों से प्रहार किया, जिससे वह क्षतिग्रस्त हो गई। हालांकि, इस घटना में किसी को चोट नहीं आई। वह (जांगड़ा) कार की पिछली सीट पर बैठे थे।
सांसद ने कहा कि मैंने इस घटना के संबंध में हरियाणा के डीजीपी और एसपी से बात की है। मैंने दोषियों के खिलाफ कानून के अनुसार सख्त सजा की मांग की है। यह हत्या का एक स्पष्ट प्रयास है। जांगड़ा ने कहा कि मुझे नरवाना और उचाना में दो और कार्यक्रमों में शामिल होने जाना था। मेरी कार क्षतिग्रस्त होने के कारण मुझे यात्रा रद्द करनी पड़ी। उन्होंने पूछा कि मैं एक सामाजिक कार्यक्रम में शामिल हो रहा था। यह कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं था। क्या वे (किसान) सामाजिक कार्यों का भी विरोध करेंगे?
उन्होंने कहा कि ऐसे लोग हरियाणा के भाईचारे को खत्म करते हैं, सामाजिक अवरोध पैदा करते हैं। जब सुप्रीम कोर्ट ने 1.5 साल के लिए कृषि कानूनों पर रोक लगा दी, आप विरोध क्यों कर रहे हैं।
गौरतलब है कि तीन कृषि कानूनों को निरस्त किए जाने और फसलों की एमएसपी गारंटी की मांग को लेकर किसान पिछले वर्ष 26 नवंबर से दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे हैं।