कानपुर में बार चुनाव के दौरान वकील गौतम दत्त हत्याकांड के मुख्य आरोपित तरू अग्रवाल को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है। उसने जेल जाने से पहले पुलिस को छह ऐसे वकीलों के नाम बताए हैं जो घटनास्थल पर उसके साथ वारदात के समय मौजूद थे। अब पुलिस इन वकीलों को नोटिस जारी करने की तैयारी कर रही है। इसके अलावा एक दर्जन वकील ऐसे हैं जो इस केस में स्वत: बयान दर्ज कराने के लिए तैयार हैं। उन्होंने सोमवार और मंगलवार तक का समय मांगा है।
गौतम की हत्या के बाद एडवोकेट संगीता द्विवेदी की तहरीर पर पुलिस ने कत्ल के प्रयास, धमकी और एससी-एसटी एक्ट में भाजयुमो के कोषाध्यक्ष तरू अग्रवाल समेत तीन अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। गौतम की मौत के बाद पुलिस ने केस को हत्या की धारा में तरमीम कर दिया था। इस मामले में तरू को गिरफ्तार कर लिया गया था।
घटना कबूलने के साथ बताए नाम
पुलिस अफसरों के मुताबिक तरू ने घटना कबूल कर ली थी। इसके अलावा उसने छह और वकीलों के नाम बताए जो घटना के समय मौजूद थे। विवेचक एसीपी कोतवाली अशोक सिंह ने बताया कि जिन वकीलों के नाम बताए हैं उन्हें बयान दर्ज कराने के लिए नोटिस दिया जाएगा।
अज्ञात की तलाश में पुलिस
तरू के अलावा तीन अज्ञात को एफआईआर में शामिल किया गया है। अब छह वकीलों से पूछताछ के जरिए इन तीन अज्ञात आरोपितों तक पहुंचने का पुलिस प्रयास करेगी।