नवगछिया थाना क्षेत्र के उजानी निवासी और मुर्गा व्यवसायी मो. अहसान की बदमाशों ने शुक्रवार देर रात गोली मारकर हत्या कर दी। घटना के समय अहसान अपने भाई के साथ बाइक से उजानी जा रहे थे। राजेन्द्र कॉलोनी जाने वाले मोड़ के पास पहुंचते ही घात लगाए बदमाशों ने उन्हें गोलियों से भून दिया। बदमाशों ने उनके सिर, सीना व शरीर के कई हिस्सों में गोली मारी है। अहसान की मौके पर ही मौत हो गई।
घटना के बाद लोगों ने अहसान को अनुमंडल अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। अहसान का बाजार के थाना रोड में मुर्गा की दुकान है। पुलिस पदाधिकारियों ने घटनास्थल व अस्पताल पहुंचकर मामले की जानकारी ली। अहसान पर साल भर पहले भी जानलेवा हमला हुआ था। वह 2015 में विधानसभा का चुनाव लड़े थे।
पहले भी भवानीपुर टावर चौक के पास मारी थी पांच गोली
एक साल पूर्व भी बदमाशों ने उन्हें रंगरा ओपी के भवनीपुर टावर चौक के पास पांच गोली मारी थी। गोली लगने के बाद काफी दिनों तक वह पटना में भर्ती रहे। बाद में वह स्वस्थ होकर घर लौट आये थे। रंगरा पुलिस ने पटना जाकर अहसान का बयान दर्ज किया था।
चचरे भाई संजार से अहसान का चल रहा था विवाद
आहसन का अपने चचेरे भाई संजार से पुराना विवाद चल रहा था। बताया जाता है अहसान के एक दोस्त की पूर्णिया में हत्या हुई थी। इसमें अहसान और उसका चचेरा भाई संजर दोनों मिट्टी देने गया था। घटना के बाद हत्या के केस में संजार को भी नामजद अभियुक्त बनाया गया था।
संजार को शक था कि अहसान ने ही उसे इस हत्याकांड में फंसाया है। इसी आक्रोश से में कुर्सेला से नवगछिया आने के क्रम में रंगरा चौक के भवानीपुर टावर चौक के पास उनपर पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई गई थी। जिसमें वे गंभीर रूप से घायल हुए थे।
घटना के बाद रंगरा थानाध्यक्ष महताब खान ने पूर्णिया जाकर परिवार वालों पर संजार को आत्मसमर्पण करने का दबाव बनाया था। जिसके बाद वह जेल गया था। काफी दिनों तक जेल में रहने के बाद वह छूट जेल से बाहर निकला। पूरे घटना में शक की सूई संजार के आसपास घूम रही है।