आप सभी ने कभी न कभी एटीएस से पैसे जरूर निकाले होंगे। शायद आपके साथ कभी ऐसे भी हुआ होगा कि टेक्निकल एरर की वजह से पैसे नहीं निकल पाए हों। ऐसे में बैंक से शिकायत करने पर आपको रिफंड मिल गया होगा। मगर क्या आपने कभी एटीएस से पैसे निकालकर बैंक में रिफंड को लेकर शिकायत की है? आप कहेंगे कि ऐसा कैसे हो सकता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे शातिर चोर को पकड़ा है जो एटीएम और बैंक दोनों से पैसे लेता था।
दरअसल, मेवात का रहने वाला यह शख्स एटीएम के लूपहोल का फायदा उठाकर बैंक को चूना लगाता था। इस शातिर चोर का नाम अजरुद्दीन है। 26 साल का आरोपी अबतक बैकों के साथ लाखों की धोखाधड़ी कर चुका है। आरोपी पैसे निकालने के लिए एटीएम मशीन में डेबिट कार्ड डालता, मशीन से जैसे ही पैसे बाहर आते थे वह उन्हें 15 सेकेंड तक वहीं होल्ड करके रखता था। यानी निकालता नहीं था। मशीन जैसे ही एरर दिखाती वह उन्हें झटके से निकाल लेता। इसके बाद बैंक में शिकायत करता कि मशीन से पैसे नहीं निकले। फिर बैंक उसे उतनी ही रकम रिफंड कर दिया करता। इस तरह उसे दोगुने पैसे मिल जाते थे।
पुलिस ने बताया कि अजरुद्दीन ने बैंक को चूना लगाने के लिए कई कार्ड्स का इस्तेमाल किया है। फिलहाल उसके पास से 17 एटीएम कार्ड मिले हैं। जब एक बैंक ने इस मामले की जांच की तो उसे ‘कवर नहीं खुला’ (पैसे लेकर आने वाला स्लॉट) का इश्यू दिखा जिसके बाद उसे राशि वापस करनी पड़ी।
इस बीच पुलिस को इस तरह की घटनाओं की कई शिकायतें मिलने लगीं। एक नेशनल बैंक की चांदनी चौक शाखा ने ‘कई मामलों’ की सूचना दी जिसमें मशीन से ‘तकनीकी एरर’ की वजह से पैसा नहीं निकल पाया। बैंक की आंतरिक जांच के बाद पता चला कि असल में ग्राहकों ने कैश ले लिया था, फिर उसने पुलिस में इसकी शिकायत की।
इंस्पेक्टर नीरज कुमार, एसीपी अक्षत कौशल और अन्य की एक टीम बनाई गई। जांच में सामने आया कि 6 दिसंबर को एक व्यक्ति जिसने एटीएम से ट्रांजेक्शन किया, उसने कैश निकाल लिया लेकिन बाद में बैंक अधिकारियों को शिकायत की कि मशीन से पैसे नहीं निकले हैं।
इसके बाद, पुलिस टीम ने एटीएम बूथ की सीसीटीवी फुटेज प्राप्त की और संदिग्ध को जूम इन करके देखा। स्थानीय पुलिस को भी इसकी जानकारी दी गई और ग्राहकों के आने-जाने पर नजर रखने को कहा गया। बूथ के बाहर तैनात गार्डों की मदद से पुलिस ने अजरुद्दीन को पकड़ लिया, जिसने इस बार 8,000 रुपये निकाले और फिर बैंक में शिकायत दर्ज की।
पुलिस ने अजरुद्दीन के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 (धोखाधड़ी) के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस को शक है कि अजरुद्दीन एक संगठित गिरोह से ताल्लुक रखता है जो एटीएम को निशाना बनाते हैं। यह गैंग दो दर्जन से अधिक मामलों में शामिल हो सकता है। पुलिस ने आरोपी का मोबाइल फोन जब्त कर लिया है और उसके साथियों के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए उसे फॉरेंसिक जांच के लिए भेजेगी। पुलिस ने कहा कि उसके पास से बरामद कार्डों का भी संबंधित बैंकों से सत्यापन किया जा रहा है।