दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने रविवार को कहा कि दिल्ली में हर साल 2 लाख लोगों को गिरफ्तार किया जाता है और इनमें से 85 प्रतिशत ऐसे हैं जो पहली बार अपराध करते हैं। अस्थाना कम्युनिटी पुलिसिंग कार्यक्रम ‘उन्नति’ में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि उन्नति का मुख्य उद्देश्य अपराधों में पकड़े गए बच्चों को मुख्यधारा में वापस लाना है। यह एक निजी भागीदारी के साथ किया जा रहा है। 7,000 से अधिक लोगों को प्रशिक्षित किया गया है और उन्हें मुख्यधारा में वापस लाया गया है। इस पहल के तहत उन्हें प्रशिक्षण और उन्हें रोजगार प्रदान किया जा रहा है।
अस्थाना ने आगे कहा कि जो लोग पहली बार अपराध करते हुए पकड़े जाते हैं, यह पुलिस की जिम्मेदारी है कि हमें उन्हें अलग करना होगा ताकि हम समाज में बढ़ते अपराध को रोक सकें।
दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने आगे बताया कि पहले रिस्पांस टाइम 7 मिनट था, अब इसे घटाकर 3 मिनट कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि हम सभी कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए काम कर रहे हैं। पीसीआर वैन और पुलिसकर्मियों के आने से हमें गश्त में काफी मदद मिली है।
राकेश अस्थाना ने लॉन्च किया दिल्ली पुलिस का ई-लर्निंग प्लैटफॉर्म
दिल्ली के पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने समाज के कमजोर वर्गों के युवाओं को शिक्षित करने और स्कूल छोड़ने वालों को कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने में मदद करने के लिए रविवार को दिल्ली पुलिस के दक्षिण-पश्चिम जिले द्वारा एक ई-लर्निंग पहल की शुरुआत की। दिल्ली पुलिस की प्रमुख योजना ‘YUVA’ के तहत यहां अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) सभागार में ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म ‘उन्नति’ का शुभारंभ किया गया।
अधिकारियों ने कहा कि ‘YUVA’ का उद्देश्य युवाओं, विशेष रूप से समाज के कमजोर वर्गों के लोगों की मदद करना है और स्कूल छोड़ने वालों को एक सुरक्षित भविष्य के अपने सपनों को साकार करने के लिए शिक्षा और कौशल हासिल करना है। उन्होंने कहा कि ई-लर्निंग प्लैटफॉर्म के माध्यम से इन युवाओं को नामांकन करने और अपनी पसंद का कार्यक्रम चुनने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
‘उन्नति’ पोर्टल का डिजाइन बहुत ही सरल है। उन्होंने कहा कि कोई भी लैपटॉप, डेस्कटॉप, टैबलेट या सिर्फ एक मोबाइल फोन का उपयोग करके कहीं से भी सीख सकता है। यह मंच प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण, परामर्श और प्लेसमेंट प्रदान करता है। अधिकारियों ने कहा कि अगर कोई कक्षा छूट जाती है तो लाइव सत्र की रिकॉर्डिंग भी ऑनलाइन उपलब्ध है।
दिल्ली पुलिस के पीआरओ चिन्मय बिस्वाल ने कहा कि ई-लर्निंग कोर्स के सफल समापन पर छात्रों को एक सर्टिफिकेट दिया जाएगा जो उन्हें प्लेसमेंट दिलाने में मदद करेगा। उन्होंने कहा कि पेश किए गए पाठ्यक्रमों में डिजिटल साक्षरता पाठ्यक्रम शामिल हैं जिसमें बुनियादी कंप्यूटर पाठ्यक्रम और टाइपिंग प्रशिक्षण, प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए प्रारंभिक पाठ्यक्रम और खेल पाठ्यक्रम शामिल हैं। उन्होंने कहा कि उन्नति प्लेसमेंट सेल भी स्थापित किया गया है।