दिल्ली-एनसीआर की आबोहवा एक बार फिर बिगड़ने लगी है। राजधानी दिल्ली में मंगलवार वायु गुणवत्ता फिर से ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आ गई। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) आज वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 328 दर्ज किया गया है। वहीं, एनसआर के नोएडा की वायु गुणवत्ता भी ‘बेहद खराब’ श्रेणी में पहुंच गई और यहां एक्यूआई 333 दर्ज किया गया। इस बीच, गुरुग्राम की वायु गुणवत्ता में थोड़ा सुधार देखने को मिला। यहां एक्यूआई 140 के साथ वायु गुणवत्ता ‘खराब’ से ‘मध्यम’ श्रेणी में पहुंच गई।
गौरतलब है कि 0 से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’ माना जाता है, 51 और 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच एक्यूआई को ‘मध्यम’, 201 और 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बहुत खराब’, और 401 और 500 के बीच एक्यूआई को ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है। एक्यूआई के अनुसार 1 दिसंबर से 12 दिसंबर के बीच प्रदूषण का स्तर 250 से 325 के बीच रहा है।
वायु प्रदूषण : दिल्ली में ट्रकों के प्रवेश और निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध जारी रहेगा
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सोमवार को कहा कि राजधानी में वायु गुणवत्ता की स्थिति के और खराब होने की संभावना के मद्देनजर सीएनजी चालित वाहनों, ई-ट्रक और आवश्यक सेवाओं में लगे वाहनों को छोड़कर ट्रकों के प्रवेश पर प्रतिबंध अगले आदेश तक जारी रहेगा। राय ने संबंधित विभागों के अधिकारियों से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बातचीत में यह भी कहा कि सरकार 16 दिसंबर को निर्माण और विध्वंस गतिविधियों पर प्रतिबंध की समीक्षा करेगी।
मंत्री ने कहा कि शिक्षा विभाग ने पर्यावरण विभाग को एक प्रस्ताव भेजा है, जिसमें कक्षा छह और उससे ऊपर के छात्रों के लिए विद्यालयों और कोचिंग सेंटर को फिर से खोलने की मांग की गई है। उन्होंने कहा कि पांचवीं कक्षा और उससे नीचे के बच्चों के लिए शिक्षा विभाग ने 20 दिसंबर से स्कूलों को फिर से खोलने का सुझाव दिया है। राय ने कहा कि प्रस्ताव वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग को भेजा जाएगा, क्योंकि शीर्ष अदालत ने स्कूलों और कॉलेजों को फिर से खोले जाने का निर्णय उसी पर छोड़ा है।
उन्होंने कहा कि कई एजेंसियों ने निर्माण और विध्वंस गतिविधियों पर प्रतिबंध हटाने के लिए मौखिक अनुरोध किया है। राय ने कहा कि हमने उन्हें, हमें और सीएक्यूएम को एक आवेदन भेजने का निर्देश दिया है। हम इस संबंध में 16 दिसंबर को एक समीक्षा बैठक करेंगे। मंत्री ने कहा कि दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक एक दिसंबर से 12 दिसंबर तक 250 से 325 के बीच रहा, लेकिन विशेषज्ञों ने अगले तीन दिनों में हवा की गुणवत्ता में मामूली गिरावट का अनुमान जताया है।
राय ने कहा कि धूल प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए जल छिड़काव अभियान जारी रहेगा और अग्निशमन विभाग, नगर निकायों और अन्य विभागों को आवश्यक निर्देश जारी किये गए हैं। धूल विरोधी अभियान के तहत 6,953 स्थलों का निरीक्षण किया गया है और 597 स्थलों पर उल्लंघन करने के मामले में 1.65 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है। उन्होंने कहा कि आग जलाने के खिलाफ अभियान के तहत 16,580 स्थलों की जांच की गई है और 2,490 स्थलों पर उल्लंघन करने पर 46 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। पर्यावरण विभाग को अक्टूबर से अब तक ग्रीन दिल्ली ऐप पर प्रदूषण संबंधी 6,975 शिकायतें मिली हैं, जिनमें से 81 प्रतिशत का समाधान किया जा चुका है।
मंत्री ने कहा कि सबसे ज्यादा शिकायतें दक्षिण दिल्ली नगर निगम क्षेत्र से प्राप्त हुई हैं। राजधानी में करीब 19.50 लाख प्रदूषण नियंत्रणाधीन प्रमाणपत्रों की जांच की गई है और 49,000 वाहनों का चालान किया गया है।