कृषि उत्पाद कंपनी के एमडी ने दंपति सहित तीन लोगों के खिलाफ फर्जी कंपनी बनाकर 1.75 करोड़ रुपये से अधिक के गबन करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करवाया है। एमडी का आरोप था कि 17 जुलाई 2020 से लेकर वर्ष 2021 वित्तीय वर्ष में जांच के दौरान मामला पकड़ में आया। आरोप लगाया कि जब इस संबंध में आरोपियों से पूछा गया तो धमकी दी जाने लगी।
जानकारी के अनुसार, गदरपुर मार्ग जाफरपुर स्थित हेमट्रिक्स एग्रीटेक कंपनी के प्रबंध निदेशक सरदार सिंह चावला ने तहरीर देकर बताया कि उनकी कंपनी कृषि उत्पाद बनाकर बेचने का व्यापार करती है। बताया कि जनवरी 2019 में थाना दिघा कुरजी पुल, पटना बिहार निवासी राजेश कुमार रंजन उनकी कंपनी के कार्यालय में आए और व्यापार को बढ़ाने का झांसा देकर 10 जनवरी 2019 को निदेशक एवं राष्ट्रीय विक्रय प्रबंधक के रूप में 75 हजार रुपये प्रतिमाह सैलरी पर कंपनी में काम करने लगे।
छह जुलाई 2019 को राजेश कुमार रंजन ने अपनी पत्नी ममता कुमारी और दयानंद शर्मा निवासी डुमरावा थाना नालंदा बिहार के साथ मिलकर अपनी प्लांटो एग्रीटेक बना ली और उनकी कंपनी के संसाधनों का उपयोग अपनी कंपनी के लिये करने लगे। उन्होंने कंपनी के डीलरों को भ्रमित कर अपनी कंपनी के उत्पाद उन्हें बेचने लगे।
यही नहीं, 17 जुलाई 2020 को आरोपियों ने उनकी कंपनी हेमट्रिक्स एग्रोटेक के नाम से कंपनी डीलरों को फर्जी ई-मेल भेजकर कंपनी के रुद्रपुर स्थित मुख्य बैंक खाते के बजाय भुगतान पटना स्थित एचडीएफसी बैंक खाते में रकम जमा कराने को कहा। आरोप है कि राजेश कुमार रंजन से कंपनी के पटना, लखनऊ, रांची स्थित कर्मचारियों द्वारा जानकारी मांगने पर कोई जवाब नहीं दिया। बाद में आरोपियों ने अनधिकृत तरीके से उनकी कंपनी के डीलरों को 1.78 करोड़ रुपये के क्रेडिट नोट जारी कर कंपनी की करोड़ों की रकम हड़प ली।
पुलिस ने दंपति सहित तीन लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। उधर, कोतवाल विक्रम राठौर ने बताया कि एग्रोटेक कंपनी के प्रबंध निदेशक की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। एमडी द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच के लिए विवेचनाधिकारी भी नियुक्त कर दिया है। जल्द ही आरोपियों से पूछताछ कर आगे की कार्रवाई की जायेगी।