हुंडई 2028 तक भारत में 6 बैटरी इलेक्ट्रिक व्हीकल लॉन्च करने की योजना बना रही है। कंपनी इसके लिए रिसर्च एंड डेवलपमेंट में लगभग 4000 करोड़ रुपए का निवेश करेगी। हुंडई अगले कुछ वर्षों में अपनी मौजूदा रेंज के साथ-साथ अपने ग्लोबल प्लेटफॉर्म ‘ई-जीएमपी’ पर आधारित कई वाहन पेश करेगी।
प्रीमियम ई-जीएमपी आधारित इलेक्ट्रिक कारों के अलावा, हुंडई की अपने मौजूदा आईसीई (पेट्रोल/डीजल) वाहनों के आधार पर इलेक्ट्रिक कारों को लॉन्च करने की भी योजना है। हालांकि हुंडई ने यह खुलासा नहीं किया है कि उनकी कौन सी मौजूदा कार इलेक्ट्रिक कार के रूप में लॉन्च की जाएगी लेकिन कंपनी ने कहा है कि एसयूवी एक फोकस क्षेत्र होगा। यह कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी अगर वे अपनी ICE से EV में जाने वाली पहली कार वेन्यू या क्रेटा हो।
Tata Nexon EV आज PV सेगमेंट में सबसे ज्यादा बिकने वाली इलेक्ट्रिक कार है। Hyundai Venue इलेक्ट्रिक SUV की लॉन्च के बाद Nexon EV से सीधी टक्कर होगी। वे i10 NIOS पर आधारित एक एंट्री लेवल इलेक्ट्रिक कार भी लॉन्च कर सकते हैं, जो भारत में उनकी सबसे किफायती EV बन सकती है।
हुंडई मोटर इंडिया के एमडी और सीईओ एसएस किम ने अपने बयान में कहा, “हम मोबिलिटी स्पेस को फिर से परिभाषित करना जारी रखेंगे। आज हम भारतीय ग्राहकों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को फिर से प्रदर्शित कर रहे हैं और भारतीय बाजार में 2028 तक हम अपने बीईवी लाइन-अप में 6 वाहनों तक का विस्तार करेंगे।”
किम ने पीटीआई से कहा, “कंपनी इंटेलिजेंट टेक्नोलॉजी, स्थिरता और इनोवेशन की तरफ दृढ़ता से ध्यान केंद्रित कर रही है। इस विचार को ध्यान में रखते हुए, हम भारत में अपने समर्पित बीईवी प्लेटफॉर्म-ई-जीएमपी के साथ-साथ बैटरी इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए संशोधित प्लेटफॉर्म पेश करेंगे।”
हुंडई के ई-जीएमपी प्लेटफॉर्म में 77.4 kWh तक की बड़ी बैटरी बनाने की सुविधा है। यह 2WD और 4WD, बेहतर हैंडलिंग और 260 किमी/घंटा की टॉप स्पीड प्राप्त करने की क्षमता भी प्रदान करता है। अभी फिलहाल Hyundai देश में एक Kona Electric EV मॉडल बेचती है।