मौसम में हो रहे बदलावों के चलते राजधानी दिल्ली को चार दिन प्रदूषण से हल्की राहत रहेगी। इस दौरान वायु गुणवत्ता सूचकांक मध्यम या खराब श्रेणी में रहने की संभावना है। इस बीच, बुधवार के दिन दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक खराब श्रेणी में दर्ज किया गया।
दिल्ली के लोग नवंबर महीने की शुरुआत से ही प्रदूषण से भरी जहरीली हवा में सांस ले रहे थे। लेकिन, मौसम में हो रहे बदलावों और हवा की रफ्तार बढ़ने के चलते अब प्रदूषण से कुछ हद तक मिलने की शुरुआत हुई है। मंगलवार के दिन दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 255 के अंक पर यानी खराब श्रेणी में रहा था। बुधवार को इसमें और भी ज्यादा सुधार हुआ।
सीपीसीबी के मुताबिक बुधवार के दिन दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 237 के अंक पर रहा। यानी 24 घंटे के भीतर इसमें 18 अंकों का सुधार हुआ है। सफर का अनुमान है कि अगले चार दिनों के बीच दिन के समय आसमान साफ रहने और हवा की गति मध्यम रहने की संभावना है। मौसम में हो रहे इन बदलावों के चलते अगले चार दिनों के बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक मध्यम या खराब श्रेणी में रहने की संभावना है।
सिर्फ एक जगह की हवा बेहद खराब
राजधानी दिल्ली में लगभग चालीस दिन बाद ऐसा कोई दिन आया है जब दिल्ली के सिर्फ एक निगरानी केन्द्र की हवा बेहद खराब श्रेणी में रही है। बुधवार के दिन नेहरू नगर का वायु गुणवत्ता सूचकांक 301 यानी बेहद खराब श्रेणी में रहा। इसके अलावा बाकी सभी केन्द्रों की वायु गुणवत्ता खराब या मध्यम श्रेणी में रही।
अभी भी हवा में डेढ़ गुना प्रदूषण
दिल्ली की हवा में प्रदूषक कणों का स्तर पहले की तुलना में तो कम हुआ है लेकिन अभी भी मानकों से डेढ़ गुना ज्यादा प्रदूषक कण मौजूद हैं। सीपीसीबी के मुताबिक शाम के पांच बजे दिल्ली की हवा में पीएम 10 का स्तर 179 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर और पीएम 2.5 का स्तर 95 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा। मानकों के मुताबिक पीएम 10 का स्तर 100 से नीचे और पीएम 2.5 का स्तर 60 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर से नीचे होने पर ही उसे स्वास्थ्य के लिए सबसे अच्छा माना जाता है।