राजस्थान के अलवर जिले के एक सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल सहित 15 शिक्षकों पर पांच छात्राओं से सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगा है। पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है। प्रारंभिक जांच में पुलिस को संदेह है कि यह स्कूल के एक पूर्व शिक्षक द्वारा बदला और उत्पीड़न से जुड़ा मामला हो सकता है, जिसे पिछले दिसंबर में तीन छात्राओं से छेड़छाड़ के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। पुलिस का कहना है कि शिकायतकर्ता छात्राओं ने मेडिकल जांच कराने से इनकार कर दिया है। भिवाड़ी के पुलिस अधीक्षक राम मूर्ति जोशी ने कहा कि मामले की गहन जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है।
राजस्थान के अलवर में एक सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल सहित 15 शिक्षकों पर स्कूल की पांच छात्राओं से सामूहिक दुष्कर्म करने का आरोप है। मामले में भिवाड़ी के एसपी राम मूर्ति जोशी ने कहा कि मंगलवार रात अलवर के भिवाड़ी के मानधन पुलिस स्टेशन में छात्राओं द्वारा तीन प्राथमिकी दर्ज करने के बाद प्रिंसिपल और पांच महिलाओं सहित 14 शिक्षकों पर भारतीय दंड संहिता और यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम (POCSO) के तहत मामला दर्ज किया गया था।
जोशी ने कहा, “स्कूल के पूरे स्टाफ पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। लड़कियों के परिवार के सदस्यों ने मेडिकल जांच कराने से इनकार कर दिया है। उनके बयान अदालत में दर्ज किए जाएंगे और गहन जांच की जाएगी।” गवाहों के उत्पीड़न की संभावना के बारे में बोलते हुए जोशी ने कहा, “मैं गांव गया और ग्रामीणों और परिवार के सदस्यों से बात की। प्राथमिक जांच के आधार पर यह गवाह उत्पीड़न का मामला प्रतीत होता है। पिछले दिसंबर एक पूर्व स्कूल के शिक्षक जो वर्तमान में निलंबित हैं, को तीन छात्राओं से छेड़छाड़ के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। मामले की सुनवाई चल रही है और पुलिस ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है।
पुलिस की चार्जशीट
स्कूल की पांच छात्राओं के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म मामले में पुलिस ने कोर्ट में चार्जशीट दायर कर दी है। अभी केस का ट्रायल चल रहा है। मामले में स्कूल के प्रिंसिपल समेत 15 शिक्षकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। थाना प्रभारी मुकेश कुमार ने कहा कि पीड़ितों ने आरोप लगाया है कि पुरुष शिक्षक उनके साथ बलात्कार करते थे। एसपी के अनुसार, एक मुकदमा स्कूल में पढ़ने वाली दो बहनों की शिकायत पर आधारित है, जबकि दूसरा मुकदमे में भी दो पीड़ित हैं और तीसरे मामले में एक छात्रा की शिकायत दर्ज है।
भाजपा ने गहलोत से मांगा इस्तीफा
इस बीच, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने अलवर जिला कलेक्टर और भिवाड़ी के पुलिस अधीक्षक से मामले की पूरी जानकारी ली। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। एक बयान में पूनिया ने आरोप लगाया कि राज्य में कानून व्यवस्था पटरी से उतर गई है और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को इस पर ध्यान देना चाहिए। पूनिया ने कहा कि गहलोत जिनके पास गृह मंत्रालय भी है, अगर वे महिलाओं को सुरक्षित वातावरण नहीं दे सकते हैं तो उन्हें अपना पद छोड़ देना चाहिए।