आगरा में नाला के लिए 57 दिन से प्रदर्शन और अलग-अलग तरीके से विरोध कर रहे लोगों का गुस्सा सोमवार को फूट पड़ा। ब्लॉक अकोला की आगरा जगनेर रोड स्थित ग्राम पंचायत धनौली क्षेत्र में एक बुजुर्ग महिला और समाजसेवी किसान ने जीवित ही समाधि ले ली। ग्रामीणों ने पांच फीट गहर गड्ढा किया औऱ दोनों उसी में उतर गए। इसके बाद ऊपर पटरा रखकर मिट्टी डाल दी गई। इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। तत्काल अधिकारी मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने की कोशिश की।
आगरा की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत धनौली के विकास नगर में ग्रामीण चार सालों से नाला और सिरौली रोड पर सड़क निर्माण की मांग कर रहे हैं। सैकड़ों बार आश्वासन के बाद काम न होने पर उन्होंने 57 दिन पूर्व अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया था। लगातार प्रदर्शन के दौरान सामूहिक मुंडन, विधायक की प्रतीकात्मक शव यात्रा और तेरहवीं व समाधि और जगनेर रोड पर जाम सहित अलग अलग प्रदर्शन करने के बाद जिलाधिकारी ने उन्हें बुलाकर 20 नवंबर तक काम शुरू होने की बात कही। लोगों ने प्रदर्शन बन्द कर दिया पर काम शुरू होने तक धरना स्थल पर ही रहने की बात तय की।
30 नवंबर बाद भी कुछ न होने पर किसान नेता सावित्री चाहर ने जीवित समाधि ले ली और फिर प्रशासन ने उन्हें समझा बुझा कर समाधि से निकाला और काम का आश्वासन दिया। इसके बाद भी काम न होने पर 24 नवम्बर को ग्रामीणों ने आगरा जगनेर रोड जाम कर दिया।
इसके बाद फिर अधिकारियों ने आश्वासन देकर प्रदर्शन खत्म करवाया, परंतु एक बार फिर 5 दिन से कोई काम नहीं हुआ तो ग्रामीणों में आक्रोश पनप गया और सोमवार को ग्रामीणों ने प्रशासन के वायदे पूरे न होने पर ग्रामीण समाधि लेने की घोषणा कर दी। पहले पांच ग्रामीणों ने समाधि की तैयारी की। विचार विमर्श के बाद किसान नेता प्रेम सिंह चाहर व स्थानीय 85 वर्षीय वृद्ध महिला कीर्ति अम्मा ने समाधि ले ली।
इसकी सूचना मिलते ही मौके पर तहसीलदार रजनीश बाजपेयी और सीओ अछनेरा महेश कुमार फोर्स के साथ पहुंच गए हैं। तहसीलदार के अनुसार पहले नाले का कच्चा निर्माण होगा और फिर पक्का नाला और सड़क बनेगी इस पर ग्रामीण आक्रोशित हो गए। तहसीलदार ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया तो मौके पर अन्य प्रशासनिक अधिकारी और ब्लॉक प्रमुख अकोला राजू प्रधान पहुंच गए। सभी लोगों ने बैठकर लोगों को समझाया और प्रशासन द्वारा एक बार फिर मंगलवार से रोड और नाला निर्माण की आश्वासन दिया है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक कार्य शुरू नहीं होगा वह इसी प्रकार धरना प्रदर्शन पर बैठे रहेंगे।