गुरुग्राम के डीएलएफ फेज-3 में अतिरिक्त फ्लोर बनाने वाले मकान मालिकों की मुश्किलें बढ़नी वाली है। जिला नगर योजनाकार प्रवर्तन के सर्वे में दो हजार ऐसे मकान पाए गए। ईडब्ल्यूएस श्रेणी के 60 वर्ग गज के इस मकान में सात से अधिक फ्लोर का निर्माण कर लिया है। इन भूखंड मालिकों पर डीटीपी इस महीने से एफआईआर कराने शुरू करेंगे। इसके बाद मकानों के सीलिंग अभियान चलेगा।
डीटीपी की तरफ से डीएलएफ फेज तीन में 2800 मकानों का सर्वे करवाया गया। कॉलोनी के यू-ब्लॉक में 80 फीसदी मकानों के निर्माण नियमों की अनदेखी की गई हैं। नियमों के हिसाब से चार फ्लोर की स्वीकृति है। लोगों ने 8-9 फ्लोर तक बना लिए हैं।
नोटिस के बाद भी सुधार नहीं
एटीपी आशीष शर्मा ने हुए कहा कि सर्वे में बिल्डिंग प्लान का उल्लंघन करने पर मकान मालिकों को नोटिस दिया गया है। एफआईआर होगी और सीलिंग भी किए जाएंगे। ऐसे मकानों पर कार्रवाई करने के लिए उपायुक्त के निर्देश है। डीटीपी के अनुसार, अवैध रूप से व्यावसायिक गतिविधियां चलती पाई गई थीं। नोटिस भी दिया गया था।
सील मकान खोले गए
2 मार्च 2021 को डीटीपी ने डीएलएफ फेज-3 के यू-1 से कार्रवाई शुरू करते 150 मकान को सील कर दिया था। लोगों की तरफ से डीटीपी को लिखकर दिया कि वह स्वयं अतिरिक्त निर्माण तोड़ देंगे। सभी को एक महीने की मोहलत दी गई। एक सप्ताह पहले सभी के सील को खोल दिया गया है।
”डीएलएफ फेज-3 में 80 फीसदी मकानों पर अवैध निर्माण और व्यवसायिक गतिविधियों पर कार्रवाई होगी। दो हजार भूखंड मालिकों पर पहले एफआईआर करवाई जाएगी। फिर सीलिंग अभियान चलेगा और डीएलएफ प्रबंधन से भी पूरी जानकारी मांगी गई है।” -आरएस बाट, डीटीपी प्रवर्तन गुरुग्राम