मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह को महाराष्ट्र सरकार ने गुरुवार को सस्पेंड कर दिया। परमबीर और एक अन्य डीसीपी रैंक के अधिकारी पर निलंबन पर अमल करने के लिए डीजीपी को आदेश भेज दिया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक तीन सप्ताह तक अस्पताल में भर्ती रहने के बाद ऑफिस ज्वाइन करने वाले मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने परमबीर सिंह के निलंबन की फाइल पर हस्ताक्षर कर उसे मंजूरी दे दी है।
बता दें एंटीलिया विस्फोटक बरामदगी और व्यवसाई मनसुख हिरेन की हत्या के बाद से परमबीर सिंह के खिलाफ मुंबई और उसके आसपास के थानों में कई केस दर्ज किए गए हैं। इस मामले में मुंबई पुलिस के एएसआई सचिन वाजे और सीनियर इंस्पेक्टर प्रदीप शर्मा को गिरफ्तार भी किया गया था। जिसके बाद परमबीर सिंह ने राज्य के तत्कालीन गृह मंत्री अनिल देशमुख पर वसूली का आरोप लगा दिया। इस संबंध में परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक मेल लिखकर 100 करोड़ रुपए वसूली का आरोप लगाया था।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, डीजीपी संजय पांडे ने परमबीर सिंह मामले में दर्ज केस में शामिल और नामित सभी लोगों को निलंबित करने का प्रस्ताव भेजा था, लेकिन इसे अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) मनुकुमार श्रीवास्तव ने वापस भेज दिया था। इसके बाद परमबीर सिंह और एक डीसीपी को निलंबित करने का प्रस्ताव पेश किया गया। जिसे कई दिन पहले गृह मंत्री दिलीप वालसे पाटिल ने मंजूरी दे दी थी, लेकिन सीएम से अंतिम मंजूरी मिलना बाकी था। अब गुरुवार को मुख्यमंत्री ने भी निलंबन के आदेश पर हस्ताक्षर कर दिए हैं।