एमपी एग्रो के जिला प्रबंधक रमेशचंद्र रूपारिया के छह ठिकानों पर आर्थिक अपराध अन्वेषण प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) ने छापे मारे हैं। भोपाल, इंदौर, शाजापुर और धार में यह कार्रवाई शुक्रवार को हुई है जिसमें उनकी आय से करीब 100 फीसदी से ज्यादा की संपत्ति मिल चुकी है। अभी तक करीब ढाई करोड़ की संपत्ति का खुलासा हो चुका है।
बताया जाता है कि एमपी एग्रो के धार के जिला प्रबंधक रमेशचंद्र रूपारिया के खिलाफ ईओडब्ल्यू में आय से अधिक की जांच जांच चल रही थी। ईओडब्ल्यू के महानिदेशक अजय शर्मा ने बताया कि जांच में उनकी सेवा में वेतन के अलावा करीब दोगुना से ज्यादा की संपत्ति का अनुमान सामने आया था। इसके बाद छापे की कार्रवाई शुरू की गई है। धार जिला प्रबंधक रूपारिया के खिलाफ छापे की कार्रवाई ईओडब्ल्यू की इंदौर इकाई द्वारा की गई है।
रूपारिया परिवार कर रहा था हॉस्पिटल का संचालन
इंदौर ईओडब्ल्यू इकाई के पुलिस अधीक्षक धनंजय शाह ने बताया है कि एमपी एग्रो के जिला प्रबंधक रूपारिया के भोपाल, इंदौर, शाजापुर और धार के छह ठिकानों पर छापे की कार्रवाई शुक्रवार को सुबह शुरू हुई। शाजापुर जिले के मोहन बड़ोदिया में एक हॉस्पिटल का भी रूपारिया परिवार द्वारा किया जा रहा था और वहां उनका एक मकान भी मिला है। इसी तरह भोपाल के पॉश इलाके चूना भट्टी स्थित चिनार वुड कॉलोनी में भी एक मकान मिला है जहां ईओडब्ल्यू की टीम पहुंची है। इसी तरह इंदौर के कनाड़िया स्थित आलोक नगर में ईओडब्ल्यू की एक टीम की कार्रवाई चल रही है तो धार के त्रिमूति नगर के घर व एमपी एग्रो के ऑफिस में भी ईओडब्ल्यू टीम ने छापा मारा है।