दिल्ली एयरपोर्ट पर गुरुवार को जोखिम वाले देशों से पहुंचे चार और यात्री कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। जानकारी के मुताबिक एयर फ्रांस की उड़ान से आए 243 लोगों में से तीन की जांच में संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसके अलावा एक अन्य लंदन से आई उड़ान में 195 अन्य यात्रियों के साथ आए एक व्यक्ति की जांच में वह संक्रमित मिला। इन यात्रियों के नमूनों को राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र के पास यह पता करने के लिए भेजा गया है कि क्या यह संक्रमण कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमिक्रोन का है या नहीं।
बीते दो दिनों में देश में अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए कड़े नियम लागू होने के बाद से जोखिम वाल देशों से अब तक कुल आठ लोगों की जांच में वह पॉजिटिव मिल चुके हैं। वहीं, कोविड जैसे लक्षणों वाले दो अन्य यात्रियों को लोक नायक अस्पताल में भर्ती किया गया है जहां ऐसे मरीजों के उपचार के अलग वार्ड बनाया गया है। बता दें कि ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बोत्सवाना, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बॉब्वे, सिंगापुर, हॉन्गकॉंग और इजराइल आदि देश जोखिम वाले देशों की सूची में शामिल हैं।
यह हैं नियम
– ऐसे यात्रियों को एयर सुविधा पोर्टल पर सेल्फ-डेक्लेरेशन फॉर्म सबमिट करना होगा। इसके साथ ही, यात्रा की तिथि से 72 घंटे पहले का आरटी-पीसीआर टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट को पोर्टल पर अपलोड करना होगा। यात्रियों को यह शपथपत्र भी जमा करना होगा कि रिपोर्ट विश्वसनीय है। इसके अलावा उन्हें आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना होगा।
– जोखिम वाले देशों से या वहां से होकर आने वाले यात्रियों के लिए आगमन के बाद आरटीपीसीटीर या रैपिड पीसीआर जांच अनिवार्य है। जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद ही उन्हें बाहर जाने की इजाजत होगी। हालांकि, नेगेटिव रिपोर्ट के बाद भी सबसे पहले उन्हें 7 दिनों के लिए होम क्वारंटाइन में रहना होगा। आठवें दिन फिर टेस्ट होगा। अगर रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो सैंपल को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा जाएगा।
– बिना जोखिम वाले देशों से भी आने वाले कम से कम 2 प्रतिशत यात्रियों का रैंडम आरटी-पीसीआर टेस्ट किया जाएगा। ऐसे देशों से आने वाले यात्रियों को घर पर 14 दिनों के लिए सेल्फ-मॉनिटरिंग की सलाह दी गई है यानी उन्हें अगर किसी तरह के लक्षण महसूस होते हैं तो तुरंत अथॉरिटी को जानकारी दें।
– 5 साल से कम उम्र के बच्चों को आने या आने के बाद आरटी-पीसीआर जांच से छूट दी गई है। हालांकि, अगर उनमें लक्षण मिले तो जांच , इलाज समेत तय नियमों का पालन किया जाएगा।