लखनऊ केजीएमयू में नीट पीजी काउंसलिंग की मांग को लेकर जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही। इसकी वजह से मरीजों को खासी दुश्वारियां झेलनी पड़ी। ओपीडी से लेकर वार्ड तक में अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। दूर दराज से आने वाले मरीज डॉक्टर की सलाह के लिए भटक रहे।
वार्ड में भर्ती मरीजों को भी समुचित इलाज नहीं मिला। जांच के लिए भी मरीज परेशान हैं। सीनियर डॉक्टरों की फटकार के बाद भी रेजीडेंट डॉक्टर हड़ताल तोड़ने को राजी नहीं है। केजीएमयू मुख्य परिसर में छत्रपति शाहूजी महाराज की प्रतिमा के बगल में रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर डटे हुए हैं। डॉक्टरों का कहना है कि इमरजेंसी सेवाएं बाधित नहीं की गई है। जब तक मांगे पूरी नहीं होती है तब तक सांकेतिक हड़ताल जारी रहेगी।