यूपी के आजमगढ़ में दो मंजिला मकान देखते ही देखते ढह गया। जिस समय मकान जमीदोज हुआ उस समय मकान मालिक घर पर मौजूद नहीं थे, वह सभी गांव गए थे। नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था। मकान जिस तेजी से ध्वस्त हुआ उसे देखकर आसपास के लोग हैरान रह गए। आनन-फानन में पुलिस फोर्स के साथ अधिकारी भी मौजूद पर पहुंच गए। मकान ढहने से 50 लाख रुपये की क्षति बताई जा रही है। उधर नगर पंचायत के लोगों का कहना है कि बेसमेंट बनाने की अनुमति नहीं दी गई थी फिर बेसमेंट के लिए खुदाई की जा रही थी।
मामला आजमगढ़ जिले के संतकबीरनगर मोहल्ले का है। यहां तहसील रोड पर पटना गांव निवासी प्रभात दुबे का दो मंजिला मकान था। इसमें बिल्डिंग मैटेरियल की दुकान थी। उनके बगल में करौती गांव निवासी सुरेंद्र सिंह अपने मकान का निर्माण करा रहे हैं। मकान में निर्माण कार्य के चलते तीन दिन से बेसमेंट की खुदाई का काम चल रहा था। जानकारी के अनुसार शनिवार को दो मंजिला मकान से सटाकर करीब पांच फीट गहरे गड्ढे की खुदाई की गई थी। जिसके चलते दो मंजिला मकान अचानक तेज आवाज के साथ भर भराकर ढह गया। जिस समय यह हादसा हुआ उस दौरान परिवार के लोग घर नहीं थे, वही सभी गांव गए हुए थे। मकान गिरने से 50 लाख रुपये का नुकसान का आंकलन लगाया है। तहसीलदार रानी गरिमा जायसवाल, लेखपाल विपिन पांडेय, मेहनगर थाने के पुलिस कर्मी मौके पर पहुंच गए हैं। उधर वरिष्ठ लिपिक अशोक दूबे ने बताया कि मकान बनाने के लिए नक्शा पास था। लिखित रूप से बेसमेंट न बनाने के लिए कहा गया था।