ग्वालियर के डबरा की शिवकुमारी का सपना था फोर्स में नौकरी करना और उसका सिलेक्शन भी हो गया। वह आईटीबीपी (इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस) में ट्रेनिंग के बाद उत्तराखंड कैंप में गई थी। मगर कैंप में गिरने से उसकी मौत हो गई। उसके शव को गृह नगर ग्वालियर लाया गया और रविवार को गॉर्ड ऑफ ऑनर के साथ अंतिम संस्कार भी कर दिया गया।
ग्वालियर डबरा में रहने वाले राजाराम बाथम की 19 साल की बेटी शिवकुमारी अपने पिता का फोर्स में भेजने का सपना पूरा करने गई थी। मगर उसका कैंप में ज्यादा समय नहीं रहा और जमीन पर गिरने से मौत हो जाने परिवार दुखी हो गया। अभी मौत के कारणों को लेकर परिजन शोक में डूबे होने से कुछ भी नहीं बोल रहे हैं। शिवकुमारी का सिपाही के रूप में सिलेक्शन होने के बाद वह ट्रेनिंग कैंप के लिए उत्तराखंड के लिए गई थी।
गार्ड ऑफ ऑनर के बाद अंतिम संस्कार
रविवार दोपहर नव आरक्षक शिवकुमारी बाथम की पार्थिव देह पूरे सम्मान के साथ ग्वालियर लाई गई। पहले यहां डबरा पुलिस दोबारा पोस्टमार्टम कराने की बात कह रही थी, लेकिन बाद में पोस्टमार्टम नहीं कराया गया है। गांव में ही डबरा की बेटी के पार्थिव देह को रखा गया। दोपहर बाद उसका गार्ड ऑफ ऑनर के साथ अंतिम संस्कार किया गया।