दिल्ली की हवा एक दिन बाद ही फिर से जहरीली हो गई है। तेज हवाओं के चलते मंगलवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 के नीचे आया था। यह बुधवार को बढ़कर 361 अंक पर पहुंच गई। चिंता की बात यह है कि दिल्ली के पांच इलाकों की हवा गंभीर श्रेणी में है। सफर का अनुमान है कि अगले तीन दिनों के बीच प्रदूषण से राहत मिलने की संभावना नहीं है।
प्रदूषण के लिहाज से दिल्ली के लोगों के लिए नवंबर का महीना बेहद बुरा बीत रहा है। दीपावली के बाद से हवा का मिजाज जो बिगड़ा तो 22 दिनों बाद मंगलवार को थोड़ी राहत मिली। लेकिन, हवा की रफ्तार थमते ही प्रदूषण की स्थिति फिर से खराब होने लगी है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, बुधवार को दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 361 के अंक पर पहुंच गया। मंगलवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक 290 के अंक पर रहा था। केवल 24 घंटों के बीच ही इसमें 71 अंकों का उछाल आया। दिल्ली के पांच इलाके ऐसे हैं जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 अंक के पार पहुंच गया है।
तीन गुना से ज्यादा प्रदूषित
दिल्ली की हवा में इस समय तीन गुना से ज्यादा प्रदूषण है। सीपीसीबी के मुताबिक, बुधवार को शाम पांच बजे हवा में प्रदूषक कण पीएम 10 का स्तर 340 और पीएम 2.5 का स्तर 186 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा। मानकों के मुताबिक, पीएम 10 का स्तर 100 और पीएम 2.5 का स्तर 60 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर से नीचे रहना चाहिए।
अगले तीन दिन हवा की रफ्तार कम रहने के आसार
सफर का अनुमान है कि दिल्ली की वायु गुणवत्ता में अगले तीन दिनों के बीच सुधार के आसार नहीं हैं। अगले तीन दिनों के बीच हवा की रफ्तार कम रहने की संभावना है। हवा की रफ्तार जब कम होती है तो प्रदूषक कणों का बहाव भी धीमा हो जाता है और वे ज्यादा देर वातावरण में बने रहते हैं। 27 नवंबर के बाद हवा की रफ्तार थोड़ी बढ़ सकती है, जिसके बाद प्रदूषण स्तर में थोड़ी कमी आ सकती है।
वायु गुणवत्ता सूचकांक
23 नवंबर 290
24 नवंबर 361
गंभीर श्रेणी में यहां की हवा
जहांगीरपुरी 456
चांदनी चौक 442
आनंद विहार 429
वजीरपुर 417
सोनिया विहार 408